डिम्पल ने भावनात्मक रूप से आलोक को ठगा और धीरे धीरे नौकरी, जमीन खरीदने और मकान बनवाने के नाम पर रुपये वसूल लिये।
मुजफ्फरनगर। जनपद के एक ग्राम विकास अधिकारी ने आरोप लगाया है कि बातों ही बातों में एक व्यक्ति से दोस्ती हो जाने के बाद उसकी बेटी ने उनको ऐसा फंसाया कि वो धीरे धीरे 42 लाख रुपये की मोटी रकम उस पर लुटा बैठे। जब उन्होंने इन सम्बंधों को आगे बढ़ाने से इंकार किया तो युवती ने अधिकारी को झूठे मुकदमों में फंसाया और कई गंभीर आरोप लगाकर सुसाइड करने की चेतावनी दी। ब्लैकमेल करते हुए 25 लाख की फिर डिमांड की गई। अधिकारी इससे बचने के लिए पुलिस के पास भी फरियाद लेकर पहंुचा, लेकिन सुनवाई नहीं हुई तो कोर्ट के आदेश पर महिला और उसके एक साथी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
नई मंडी थाना क्षेत्र के अन्तर्गत वसुन्धरा रेजीडेंसी में रह रहे आलोक कुमार पुत्र स्वतंत्र पाल सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इसमें आलोक कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि वे वर्तमान में विकास खण्ड चरथावल कार्यालय में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। पूर्व में उनकी पोस्टिंग पुरकाजी ब्लॉक में थी। उसी दौरान उनकी मुलाकात पुरकाजी निवासी मुल्कीराज से हुई। इससे उनकी मुल्कीराज से सम्बंध और प्रगाढ़ हुए और यह दोस्ती धीरे-धीरे पारिवारिक सम्बंध में बदल गई। मुल्कीराज की पुत्री डिम्पल निवासी ड्रीम सिटी भोपा रोड ने भी आलोक के साथ जान पहचान बढ़ानी शुरू कर दी और अपने बहकावे में लेकर डिम्पल ने पूरी तरह से उनको अपने वश में कर लिया। आरोप है कि डिम्पल ने भावनात्मक रूप से आलोक को ठगा और धीरे धीरे नौकरी, जमीन खरीदने और मकान बनवाने के नाम पर डिम्पल ने 42 लाख रुपये वसूल लिये।
आलोक का आरोप है कि डिम्पल बेहद शातिर औरत है और उसको बाद में पता चला कि डिम्पल पहले से ही शादीशुदा होने के बावजूद अपने साथी शिवम पुत्र सुक्रमपाल निवासी गांव काजीखेडा के साथ मिलकर उसको ठग रही थी। इसके बाद आलोक ने डिम्पल से सम्पर्क खत्म कर लिये और उसको पैसा देने से भी इंकार कर दिया। इसके बाद डिम्पल ने शिवम के साथ मिलकर आलोक को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और पैसों की लगातार डिमांड की गई। पैसा नहीं देने पर डिम्पल ने आलोक के खिलाफ अधिकारियों से झूठी शिकायतें की, जो जांच में गलत पाई गई और इसके बाद उसने बलात्कार और एससी/एसटी एक्ट में झूठा परिवाद दायर किया, जो साक्ष्यों के अभाव में निरस्त हो गया।
आलोक का कहना है कि डिम्पल की धमकियों और झूठी शिकायतों से वो भयभीत रहने लगा और इस कारण उसकी सामाजिक छवि भी धूमिल हो रही थी। 27 जनवरी को जब आलोक अपने घर शाम के समय लौट रहे थे तो जानसठ बस अडडे के पास डिम्पल और शिवम दोनों उनको मिले और रोक लिया। आरोप है कि दोनों ने 25 लाख रुपये की डिमांड की और नहीं देने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर चले गये। पैसा देने से इंकार करने पर डिम्पल ने कन्या इंटर कॉलेज शिवपुरी खतौली में शिवम के साथ मिलकर एक झूठा सुसाइड का वीडियो 30 जनवरी को बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। आलोक को उनके एक दोस्त ने यह वीडियो वायरल की सूचना दी। आलोक ने थाने में इसकी सूचना दी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने पर कोर्ट में प्रार्थना पत्र दायर किया। नई मंडी थाना प्रभार ब्रजेश शर्मा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर डिम्पल और शिवम के खिलाफ मानहानि, आपराधिक धमकी देने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।






