मजदूरों ने गोदाम में छिपकर बचाई जान, आरोपियों ने स्कूटी में की तोड़फोड़ और धमकी दी, पुलिस ने दर्ज किया मामला
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर शहर में भू-माफियाओं के हौसले एक बार फिर बुलंद नजर आए। नगर कोतवाली क्षेत्र के खांजापुर काली नदी के पास जमीन के रास्ते की सफाई कर रहे दो लोगों पर असलहों से लैस दबंगों ने हमला बोल दिया। मजदूरों को भगा दिया गया, जबकि पीड़ितों ने किसी तरह पास के गोदाम में शरण लेकर अपनी जान बचाई। पूरी वारदात का वीडियो पीड़ित ने पुलिस को सौंपा, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

नगर कोतवाली क्षेत्र के खांजापुर में काली नदी के निकट बुधवार को सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। ये वीडियो पीड़ितों ने गोदाम में बंद होने के बाद खिड़की से बनाया। बताया गया कि नावेद और सोनू अपने कुछ मजदूरों के साथ काली नदी पर स्थित अपनी जमीन के रास्ते की सफाई कर रहे थे। इसी दौरान कथित भू-माफिया गुलजार, शम्सू और शम्सू के पुत्रों सहित अन्य हथियारबंद लोग वहां पहुंच गए। आरोप है कि इन लोगों ने नावेद और सोनू पर अवैध हथियारों से हमला किया और मजदूरों को धमकाकर भगा दिया। जान बचाने के लिए नावेद, सोनू और जेसीबी ड्राइवर पास ही स्थित एक गोदाम में घुस गये और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया।
आरोप है कि हमलावरों ने गोदाम का गेट तोड़ने की कोशिश की और गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी। जब गेट नहीं टूटा तो उन्होंने बाहर खड़ी पीड़ितों की स्कूटी को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान नावेद ने गोदाम की जाली से पूरी घटना का वीडियो अपने मोबाइल में कैद किया और तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, तो आरोपी मौके से फरार हो गए। इसके बाद पीड़ित पक्ष नगर कोतवाली पहुंचा और पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को दी। नावेद ने हमले और तोड़फोड़ की वीडियो फुटेज पुलिस को सौंपी। इसमें एक युवक भारी पत्थर उठाकर जमीन पर गिरी स्कूटी को तोड़ने का प्रयास कर रहा है।
नगर कोतवाली पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएचओ कोतवाली इंस्पेक्टर बबलू सिंह वर्मा का कहना है कि आरोपियों की पहचान की पुष्टि हो चुकी है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि काली नदी किनारे लंबे समय से भूमि विवाद और भू-माफियाओं की गतिविधियाँ बढ़ रही हैं, जिन पर प्रशासन को सख्ती से लगाम लगानी चाहिए।






