कहा-बिहार की जनता ने वोट के सहारे सुशासन और स्थिरता को चुना, परिवारवाद और भ्रष्टाचार को दिया करारा जवाब
मुजफ्फरनगर। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के रूझानों ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। एनडीए की ऐतिहासिक बढ़त ने जहां बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने का रास्ता साफ कर दिया है, वहीं इस प्रचंड जीत की खबर ने भाजपा और उसके सहयोगियों में खुशी की लहर दौड़ा दी है, वहीं विपक्ष के खेमे में मायूसी का माहौल है। इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बिहार की जनता को बधाई देते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम साफ कर रहे हैं कि जनता अब भ्रम और वादाखिलाफी की राजनीति को नकार चुकी है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड बढ़त पर उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि बिहार की जनता ने सुशासन, विकास और स्थिरता के पक्ष में निर्णायक जनादेश देकर विपक्ष को सख्त संदेश दिया है। उन्होंने दावा किया कि बिहार की तरह ही अगले चुनाव में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की स्थिति और भी खराब होने वाली है, क्योंकि जनता अब विपक्ष की नकारात्मक राजनीति से तंग आ चुकी है।
मंत्री अग्रवाल ने कहा कि बिहार चुनाव 2025 के परिणाम विकास, सुशासन और स्थिरता की जीत है। भाजपा के विजन पर जनता का विश्वास इस तथ्य को मजबूती देता है। यह जीत 2010 के बाद बिहार में एनडीए की सबसे बड़ी जीत है। उन्होंने बिहार की जनता को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने आगे कहा कि मतगणना के प्रारंभिक रुझान ही यह स्पष्ट कर रहे हैं कि जनता ने जंगलराज, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, गुंडाराज, परिवारवाद और जातिवाद को सिरे से खारिज कर दिया है। मंत्री ने कहाकृकि बिहार ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि उसे केवल सुशासन, विकास और पारदर्शिता चाहिए। जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संयोजन पर भरोसा जताते हुए विकास की राह चुनी है। राजददृकांग्रेस गठबंधन का मॉडल जनता को सिर्फ़ धोखा देता है, इसलिए उसे पूरी तरह नकार दिया गया।
रूझान स्पष्ट होते ही मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि बिहार ने फिर साबित किया है कि स्थिरता और अनुभवी नेतृत्व ही उसकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि एनडीए की दमदार जीत ने न केवल नीतीश कुमार को दसवीं बार सत्ता की दहलीज पर पहुंचाया है, बल्कि मोदीदृनीतीश की जोड़ी पर जनता के अटूट भरोसे को और मजबूत किया है। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन भले अर्द्धशतक के करीब पहुंच गया हो, लेकिन निर्णायक जीत से काफी दूर रह गया। इससे राज्य की राजनीति में सत्ता का संतुलन एक बार फिर एनडीए के पक्ष में झुक गया है। यूपी के मंत्री कपिल देव अग्रवाल के बयानों से स्पष्ट है कि इस विजय को भाजपा दूसरे राज्यों में आने वाले चुनावों के लिए जनता के मूड का संकेत मान रही है।






