गर्मा रहा है मामला- मस्क की 'तानाशाही' रवैया बर्दाश्त नहीं, सैकड़ों ने छोड़ी नौकरी
कर्मचारियों की लगातार अनदेखी करने के साथ ही लगातार उनकी बेईज्जती करने का मामला तूल पकडता जा रहा है। हाल ही में ट्यूटर का अधिग्रहण करने के बाद हजारों कर्मचारियों के पेट पर लात मारने वाले, विश्व के सर्वाधिक धनी हस्तियों में शुमार एलोन मस्क के ‘तानाशाही फरमान’का उल्टा असर हुआ है।
न्यूयॉर्क। कर्मचारियों की लगातार अनदेखी करने के साथ ही लगातार उनकी बेईज्जती करने का मामला तूल पकडता जा रहा है। हाल ही में ट्यूटर का अधिग्रहण करने के बाद हजारों कर्मचारियों के पेट पर लात मारने वाले, विश्व के सर्वाधिक धनी हस्तियों में शुमार एलोन मस्क के 'तानाशाही फरमान'का उल्टा असर हुआ है। इस अति लोकप्रिय माइक्रोब्लॉगिंग साइट को सैकड़ों कर्मचारियों ने अलविदा कह दिया है। इस बीच ट्यूटर पर हैशटैग 'आरआईपी ट्यूट' ट्रेंड कर रहा है। अरबपति मस्क ने कर्मचारियों को गुरुवार शाम पांच बजे का समय दिया था कि वे यह प्रण लें की वे सप्ताह में 80 घंटे काम करेंगे, वह भी तेज रफ्तार और पूरी दक्षता के साथ ,अन्यथा नौकरी छोड़ने के लिए तैयार रहें। 'कट्टर' वातावरण और 80 घंटे के कार्य सप्ताह के लिए प्रतिब( होने की समय सीमा के बाद कथित तौर पर सैकड़ों ट्विटर कर्मचारियों के इस्तीफा देने के बाद ट्विटर मुख्यालय में अराजकता फैल गई। ट्विटर ने घोषणा की कि वह अगले कुछ दिनों के लिए अपने कार्यालय भवनों को बंद कर देगा और सोमवार तक कर्मचारी बैज एक्सेस को अक्षम कर देगा। कई यूजर्स ट्वीट करके श्री मस्क को 'ट्यूटर की हत्या' के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो उनके कई कर्मचारी नौकरी को अलविदा करते हुए कह रहे हैं कि अब वे 'आजाद' हैं।