येरूशलम। इस्राइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने हमास आतंकियों द्वारा हमले के बाद कफार अजा में हुए विनाश को देखने के लिए विदेशी पत्रकारों को घटनास्थल पर ले गए। इन पत्रकारों को आईडीएफ सैनिकों की कंपनी के साथ रखा गया था। वहां की एक मंजिला घर इस बात का सबूत दे रही थी कि हाल ही में हुए हमले कितने भयावह थे। आईडीएफ के प्रमुख ने पत्रकारों से कहा, श्यह कोई यु नहीं है। यह कोई युद्धस्थल भी नहीं है। आपलोग यहां बच्चे, उनके माता-पिता को उनके सुरक्षा कक्ष में देख सकते हैं। उन्हें आतंकवादियों ने कितनी दर्दनाक मौत दी है। यह युद्ध नहीं बल्कि हत्याकांड है। उन्होंने आगे कहा, श्यह कुछ ऐसा है, जिसे मैंने इससे पहले अपनी पूरी जिंदगी में नहीं देखा था। यह कुछ ऐसा है, जिसकी मैं यूरोप और अन्य स्थानों में अपनी दादी और दादा के बारे में कल्पना करता था।श् एक रिपोर्टर ने बताया, ईडीएफ कमांडर ने बताया कि उन्हें 40 शिशुओं के शव भी मिले, जिनमें से कुछ के सिर भी काट दिए गए थे।श् हालांकि इस्राइल ने अभी तक इस्राइली पत्रकारों के लिए नरसंहार स्थलों का दौरा आयोजित नहीं किया है, इससे यह पता चलता है कि इस्राइल विश्व राय को प्राथमिकता देता है।