उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने रविवार को पनडुब्बी से लॉन्च की गई क्रूज मिसाइलों के परीक्षण की निगरानी की। इसके साथ ही उन्होंने पनडुब्बी निर्माण की परियोजना की भी समीक्षा की। दक्षिण कोरिया की स्थानीय मीडिया ने बताया कि पनडुब्बी से लॉन्च होने के बाद क्रूज मिसाइल पुल्हवासल-3-31 ने पूर्वी सागर में 7,421 सेकंड और 7,442 सेकंड तक उड़ान भरी। इसके साथ ही निर्धारित लक्ष्यों पर सटीक निशाना भी साधा। हालांकि, इसे लेकर कोई खास जानकारी अभी तक नहीं दी गई है। दक्षिण कोरियाई सेना ने रविवार को कहा कि उन्होंने पूर्वी बंदरगाह शिनपो के पास सुबह आठ बजे उत्तर कोरिया द्वारा कई क्रूज मिसाइलों के प्ररीक्षण का पता लगाया है। पुल्हवासल-3-31 एक नई क्रूज मिसाइल है, जिसका उत्तर कोरिया ने पहली इस मिसाइल का परीक्षण किया। उत्तर कोरिया ने यह खुलासा किया कि यह मिसाइल पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली मिसाइल है। तानाशाह किम जोंग-उन ने कहा कि नौसेना का परमाणु हाथियारीकरण एक जरूरी काम है और राज्य परमाणु रणनीतिक बल के निर्माण के लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने परमाणु ऊर्जा से चलने वाले पनडुब्बी और अन्य यु(पोतों के निर्माण के मुद्दों पर भी चर्चा की।