बेबसी...बेटी का लगन नहीं भिजवा पाया जल निगम का ठेकेदार

काम का पैसा न मिलने पर ठेकेदार बिन्दर ने किया आत्मदाह का प्रयास, छह दिसंबर को होनी है बेटी की शादी

Update: 2024-11-30 11:27 GMT

मुजफ्फरनगर। सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार की जड़ इतनी गहरी हो रही हैं कि कोई कहीं सुनने वाला नहीं है। बेटी की शादी के लिए पैसा जुटाने में विफल होता देखकर जल निगम में ठेकेदारी कर रहे एक पिता ने खुद का जीवन समाप्त करने का प्रयास किया और जल निगम कार्यालय परिसर में ही शरीर पर डीजल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश की, जिससे हड़कम्प मच गया। साथी ठेकेदारों ने उसे बचा लिया और फिर सभी ने मिलकर जबरदस्त हंगामा करते हुए व्यवस्था पर सवाल उठाये। पीड़ित ठेकेदार ने करीब छह माह पहले काम खत्म कर दिया, लेकिन उसका भुगतान नहीं किया गया, जिसके चलते ठेकेदार अपनी बेटी का लगन भी नहीं भिजवा पाया और तनावग्रस्त हो गया। छह दिसम्बर को ठेकेदार की बेटी की शादी तय है। पैसा नहीं मिलने से पूरा परिवार ही तनाव में है।

शहर के जाट कालोनी स्थित जल निगम के कार्यालय परिसर में शनिवार को उस समय भारी हंगामा हो गया, जबकि जल निगम की योजना में निर्माण कार्य करने वाले एक ठेकेदार के द्वारा परिसर में ही अपने शरीर पर डीजल छिड़ते हुए आत्मदाह का प्रयास किया गया। इस ठेकेदार को आग लगाने से कुछ लोगों ने रोक लिया। इसके साथ ही अन्य ठेकेदारों ने वहां पर प्रदर्शन करते हुए जमकर हंगामा किया और कार्य समाप्त करने के करीब छह माह बाद भी ठेकेदारों को भुगतान नहीं करने के आरोप लगाते हुए आक्रोश प्रकट किया। ठेकेदार के द्वारा आत्मदाह का प्रयास करने को लेकर हड़कम्प मच गया। कुछ ही देर में दर्जनों ठेकेदार वहां पर एकत्र हो गये और ठेकेदारों का आर्थिक एवं मानसिक उत्पीड़न करने के आरोप लगाये। आत्मदाह का प्रयास करने वाले ठेकेदार बिन्दर निवासी शुक्रताल ने बताया कि उसने हर घर जल योजना के अन्तर्गत गांव किशनपुर में पेयजलापूर्ति के लिए कार्य किया था। इसके लिए करीब छह माह से उसका करीब 11 लाख रुपये का भुगतान बकाया चल रहा है, वो अपना भुगतान पाने के लिए जल निगम में कार्य कर रही कंपनी एनकेजी इन्फ्रास्टक्कर लि. के अधिकारियों और जल निगम के अधिकारियों से मिलकर आग्रह कर चुका है, लेकिन उसको भुगतान नहीं कराया जा रहा है। बिन्दर ने बताया कि उसकी बेटी की शादी छह दिसम्बर को तय हुई है। इसके लिए पैसा नहीं होने पर वो और अन्य परिजन तनाव में हैं। 29 नवम्बर को बेटी का लगन जाना था, लेकिन पैसे का प्रबंध नहीं होने के चलते वो भी नहीं जा पाया। परिवार में भारी तनाव होने के कारण ही आज मजबूरी में उसने यह कदम उठाया। कंपनी के लोग उसका उत्पीड़न कर रहे हैं।


आज वो कंपनी के ट्रांसपोर्टनगर स्थित कार्यालय पर अपना भुगतान मांगने के लिए गये थे, लेकिन वहां पर कंपनी के अधिकारी नहीं मिले, उनको जानकारी मिली थी कि कंपनी के अधिकारी अखिल बंसल, राजेश पाण्डे और एफए खान जल निगम के दफ्तर गये हुए हैं, तो वो सीधे यहां आ गये और भुगतान नहीं होने की दशा में उन्होंने परेशान होकर यह कदम उठाया। इसके साथ ही अन्य ठेकेदारों ने भी यहां कंपनी के लोगों का घेराव करते हुए हंगामा किया। जल निगम के अधिशासी अभियंता संजय कुमार ने बताया कि केन्द्र सरकार के जल जीवन मिशन के तहत चलाई जा रही हर घर जल योजना में जनपद में कराये जा रहे कार्यों के लिए गाजियाबाद की कंपनी एनकेजी इन्फ्रास्टक्चर लि. योजना की कार्यदायी संस्था जल निगम के साथ मिलकर कार्य कर रही है। इसमें ग्रामीण अंचलों में पेयजलापूर्ति के लिए ओवर हेड टैंक, पाइप लाइन और अन्य जलापूर्ति सम्बंधी कार्य शामिल हैं। विभागीय स्तर पर कंपनी को अभी तक किये गये कार्य के अनुरूप समस्त भुगतान किया जा चुका है। ठेकेदारों का यह मामला कंपनी के साथ जुड़ा है। कंपनी को भुगतान करना है। इसके लिए कंपनी पर हमने भी दबाव बनाया है।

कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पाण्डे ने कहा कि कंपनी के साथ हर घर जल योजना में करीब 35 ठेकेदार अलग अलग श्रेणी में कार्य कर रहे हैं। जिन ठेकेदारों का काम पूरा हो चुका है, उनके बिल प्राप्त होने के बाद उनका सत्यापन और कार्य का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। कुछ बिल कंपनी के मुख्य कार्यालय को भुगतान के लिए भिजवाये गये हैं। इसी सत्यापन में देरी होने के कारण भुगतान लटका है। बिन्दर ने गांव किशनपुर में दूसरे ठेकेदारों के साथ मिलकर योजना में काम किया है, जिसका करीब 11 लाख रुपये का भुगतान शेष है। उनके बिल कंपनी को भेजे जा चुके हैं। राजेश पाण्डे ने बताया कि उनका कुछ भुगतान आज ही कराया जा रहा है, शेष भुगतान सोमवार को करा दिया जायेगा। वहीं ठेकेदारों का कहना है कि कंपनी के अधिकारी लगातार उनका आर्थिक और मानसिक शोषण कर रहे हैं। ठेकेदार बच्चों की शादी और घर का खर्च भी नहीं चला पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई बार इसके लिए विभाग को भी शिकायत की गई है, लेकिन कंपनी पर कोई भी दबाव नहीं बनाया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान पीड़ित ठेकेदार बिन्दर के साथ आजाद, साबिर, मधुसूदन, शादाब, गौतम कुमार, आमिर, शान्तनु, यूनुस राणा, मौहम्मद सादिक, शहजाद, कामिल अहमद, ज्ञानेन्द्र शर्मा, आदित्य कुमार, ब्रिजेन्द्र, धनीराम, शोएब, सलमान अहमद और तैमूर खान आदि मौजूद रहे।

35 ठेकेदारों का पांच करोड़ का भुगतान दबाये बैठी है कंपनी, विभाग कर रहा जांच

मुजफ्फरनगर। हर घर जल योजना में जल निगम के साथ काम कर रही गाजियाबाद की कंपनी एनकेजी इन्फ्रास्टक्चर लि. पर ठेकेदारों का आरोप है कि करीब छह माह से कंपनी पांच करोड़ रुपये का भुगतान नहीं कर रही है। वहीं जल निगम का कहना है कि ठेकेदारों की शिकायत मिलने के बाद कंपनी के खिलाफ जांच कराई जा रही है। बताया गया कि एनकेजी कंपनी के साथ जल परियोजना के लिए करीब 35 ठेकेदार छोटे बड़े निर्माण कार्य कर रहे हैं। इनमें से करीब पांच करोड़ रुपये का कार्य पूर्ण होने पर उनका भुगतान पाने को ठेकेदार कंपनी से जल निगम के चक्कर लगाने को विवश हैं। करीब छह माह से भुगतान नहीं करने के आरोप लगे हैं। जल निगम के एक्सईएन संजय कुमार ने बताया कि कंपनी पर करीब पांच करोड़ रुपये का भुगतान ठेकेदारों ने बकाया बताया है। इस मामले में पिछले दिनों कुछ ठेकेदारों ने शिकायत की थी, जिसको लेकर विभागीय स्तर पर कंपनी के खिलाफ जांच बैठाई गई है। इसमें प्रथम दृष्टया कंपनी के खिलाफ समय से ठेकेदारों को भुगतान नहीं करने के आरोप सही पाये गये हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद विभागीय स्तर पर कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट ऊपर भेजी जायेगी। एनकेजी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पाण्डे ने कहा कि भुगतान करने की प्रक्रिया कंपनी में तेजी से चल रही है और एक सप्ताह में कंपनी द्वारा बकाया करीब पांच करोड़ रुपये का भुगतान ठेकेदारों को कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि परियोजना में करीब 35 से 40 ठेकेदार कपनी के साथ काम कर रहे हैं। 

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