नई दिल्ली। आज साल का पहला चंद्र ग्रहण लग गया है। यह चंद्र ग्रहण बैशाख शुक्ल की पूर्णिमा तिथि पर लगा है। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। ग्रहण के अच्छे और बुरे दोनों तरह के प्रभाव होते हैं क्योंकि यह भारत में नहीं दिखेगा इसलिए इसलिए इस चंद्र ग्रहण का सूतक भारत में मान्य नहीं होगा।
भारत में चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। धार्मिक नजरिए से सूतक काल को अशुभ माना जाता है। चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल का समय ग्रहण के शुरू होने के 9 घंटे पहले लग जाता है। सूतककाल के दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं किया जाता है ऐसी मान्यताएं पौराणिक काल से चली आ रही है।
ऐसी मान्यता है कि चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण पर गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए अपशकुन और नुकसानदेह साबित हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्र से निकल रही किरणों से गर्भस्थ शिशु पर नकारात्मक असर पड़ता है और इससे बच्चे में कई तरह की शारीरिक विकृतियां पैदा हो सकती हैं।