निदेशक के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज

लगभग पन्द्रह दिन बाद राहुल मिश्रा द्वारा अपने स्वयं के व्यक्तिगत खाते से भुगतान करके आशियाना कालोनी, कानपुर रोड, लखनऊ में एक सम्पत्ति खरीदी गई थी। कम्पनी द्वारा पारित प्रस्ताव पर उक्त रजिस्ट्री, निदेशक जफर हसन काजमी के नाम पर पंजीकृत हुई।

Update: 2020-12-16 06:51 GMT

लखनऊ। श्याम बहार फिल्म्स प्रा.लि. कम्पनी के निदेशक व दवा व्यवसायी विनय कुमार सिंह पर कम्पनी के महत्वपूर्ण दस्तावेज चोरी करने का मुकदमा कम्पनी के अन्य निदेशक द्वारा वजीरगंज थाने में दर्ज कराया गया है।

श्याम बहार फिल्म्स प्रालि के मुख्य निदेशक राहुल मिश्रा ने बताया कि उनके व श्रीमती गगनप्रीत विर्दी की पार्टनरशिप में तेरह फरवरी 2015 को श्याम बहार फिल्म्स प्रा.लि. नामक कम्पनी बनाई गई थी, कुछ दिन बाद जफर हसन काजमी भी कम्पनी में निदेशक बने। लगभग पन्द्रह दिन बाद राहुल मिश्रा द्वारा अपने स्वयं के व्यक्तिगत खाते से भुगतान करके आशियाना कालोनी, कानपुर रोड, लखनऊ में एक सम्पत्ति खरीदी गई थी। कम्पनी द्वारा पारित प्रस्ताव पर उक्त रजिस्ट्री, निदेशक जफर हसन काजमी के नाम पर पंजीकृत हुई। रजिस्ट्री की मूल प्रति व अन्य कई दस्तावेज कम्पनी के कार्यालय व राहुल मिश्रा के आवास कुण्डरी रकाबगंज, लखनऊ, में सुरक्षित रखे गए थे। वर्ष 2017 को कम्पनी की साझीदार, श्रीमती गगनप्रीत विर्दी ने उक्त भवन का क्रय मूल्य की पचास प्रतिशत की धनराशि दे पाने में असमर्थ होने के कारण, कम्पनी से त्यागपत्र दे दिया तथा उनके स्थान पर विनय कुमार सिंह पुत्र रामेश्वर प्रसाद सिंह, निवासी-2ध्660, विकास नगर, लखनऊ ने यह आश्वासन देते हुए कि कम्पनी का नया साझेदार बनते ही, कुछ ही माह के अंदर, उक्त भवन के क्रय मूल्य की पचास प्रतिशत धनराशि शीघ्र ही उसके द्वारा अदा कर दी जाएगी, ऐसा ना करने पर वह कम्पनी से त्यागपत्र दे देंगे। इसके बावजूद भी विनय सिंह ने ना तो कम्पनी में कोई कार्य किया और ना ही एक रूपया कम्पनी में लगाया।

आरोप है कि इसी बीच मौका पाकर, विनय सिंह ने कम्पनी के कार्यालय से कई जरूरी दस्तावेज व मकान की रजिस्ट्री चोरी कर ली। इस संबंध में कम्पनी के मौजूदा दूसरे निदेशक जफर हसन काजमी का कहना है कि विनय सिंह, जोकि वर्तमान में हैण्डबाॅल फेडरेशन का खजांची है, की नीयत शुरू से ही राहुल मिश्रा की सम्पत्तियों पर खराब थी, मौका पाते ही वह दस्तावेज चोरी कर ले गया।

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