बिट्टू वाल्मीकि की मौत प्रकरण में परिजनों का प्रदर्शन

एसएसपी से की निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग, खेत के नाले में मिली थी पशु चराने गये युवक की लाश

Update: 2024-07-12 10:16 GMT

मुजफ्फरनगर। मोरना के बिट्टू वाल्मीकि की मौत के प्रकरण में परिजनों ने वाल्मीकि समाज के नेताओं के साथ शुक्रवार को एक बार फिर से एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है।

थाना भोपा क्षेत्र के गांव मोरना निवासी पिन्टू पुत्र रतिराम वाल्मीकि ने शुक्रवार को परिजनों और अन्य लोगों के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचकर अपने भाई की मौत को लेकर अनेक सवाल उठाये। पिन्टू ने बताया कि उसका भाई बिटटू पुत्र रतिराम उम्र लगभग 45 वर्ष 12/6/2024 लगभग सुबह 6.30 बजे पास के जंगल मे पशुओ के लिए घास लेने गया था। जब शाम तक बिटटू घर वापस नहीं आया तो घरवालो ने काफी तलाश किया लेकिन बिटटू नही मिला तो सभी परिजन अपने घर वापस आ गये परन्तु अगले दिन 13/6/2024 को सुबह लगभग 7 बजे ार्थी व उसके परिजनों को गांव दरियाबाद थाना ककरौली के ग्रामीणो ने फोन पर सूचना दी कि आपके भाई की लाश खेत के नाले मंे पड़ी हुई है।

घटनास्थल पर पहुंचे और देखा कि बिटटू की लाश राख से सनी हुई है नाक, कान और मुंह से खून निकलकर सूख गया है। परिजनो को पूर्ण आशंका है कि बिटटू की हत्या करके शव को खेत की नाली में फैंका गया था। थाना ककरौली मे लिखित तहरीर दी थी जिस पर थाना पुलिस द्वारा बिटटू का पोस्टमार्टम भी कराया था लेकिन पुलिस ने आज तक भी कोई रिपोर्ट दर्ज नही की है और न ही कोई कार्यवाही की है। इस दौरान वाल्मीकि समाज के नेता चमन लाल ढिंगान ने एसएसपी से मांग करते हुए कहा कि वाल्मीकि समाज के युवक बिट्टू की मौत पर सबसे पहले कानूनी कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज कराया जाये और निष्पक्ष जांच के लिए टीम का गठन किया जाये। उन्होंने कहा कि बिट्टू की मौत कैसे हुई यह एक सवाल बना हुआ है। इसके लिए निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। 

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