शुकतीर्थ का कायाकल्प करने में जुटे डीएम उमेश मिश्र
ठंड के दौरान बेसहारा लोगों को कंबल, अलाव के साथ ही नाश्ता-भोजन भी देगा प्रशासन
मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने महाभारतकालीन पौराणिक तीर्थ स्थल का कायाकल्प करने को लेकर पूरा अभियान छेड़ दिया है। इसकी कार्ययोजना बनाने के लिए शुक्रवार को डीएम उमेश मिश्र ने जिले के समस्त अधिकारियों के साथ मीटिंग करते हुए इसके ले आउट प्लान को साझा किया और अधिकारियों के सुझाव भी मांगे। उनका दावा है कि आने वाले दिनों में शुकतीर्थ को हरिद्वार की तर्ज पर ही एक पौराणिक तीर्थ के रूप में देश और विदेश में नई पहचान दिलाई जायेगी। इसके साथ ही डीएम ने ठंड के प्रकोप के बीच बेसहारा लोगों को इस बार बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश भी अफसरों को दिए हैं। साथ ही पहली बार रैन बसेरों में ठहरने वाले लोगों को चाय नाश्ता और भोजन की व्यवस्था भी करने की तैयारी प्रशासन कर रहा है।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में शुक्रवार को चौधरी चरण सिंह सभा कक्ष में एक जिला स्तरीय मीटिंग का आयोजन किया गया। इसमें शुकतीर्थ के विकास और व्यवस्था को लेकर बिन्दूवार चर्चा की गई। इसमें जिलाधिकारी ने शुकतीर्थ को एक पौराणिक तीर्थ होने के नाते धार्मिक पर्यटन का बड़ा हब बनाने की कार्ययोजना पर सभी अधिकारियों को एक समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि शुकतीर्थ को विकसित करने और वहां पर धार्मिक तीर्थाटन करने के लिए आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है। इस पौराणिक क्षेत्र को देश में नई पहचान दिलाई जाये, यही प्रयास किया जा रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ठंड व शीत लहर को देखते हुए भी अधिकारियों को अभी से क्षेत्र में कार्य करने के लिए कहा गया है। इस बैठक में डीएम ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को समय से तैयारी करने और रैन बसेरों में भी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये। डीएम ने कहा कि सर्दी से बचाने के लिए रैन बसेरों में कम्बल, अलाव के साथ ही वहां पर लोगों के लिए नाश्ता और भोजन की भी व्यवस्था की जायेगी। बैठक में एडीएम फाइनेंस गजेंद्र सिंह व सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप, एसपी ट्रैफिक अतुल चौबे, एसडीएम सदर निकिता शर्मा, एसडीएम खतौली मोनालिसा जोहरी, एसडीएम जानसठ सुबोध कुमार, एसडीएम बुढ़ाना राजकुमार भारती, तहसीलदार खतौली श्र(ा गुप्ता, एआरटीओ अजय मिश्रा, नगरपालिका एई निर्माण अखंड प्रताप सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।