बारिश के बीच पालिका ने बंद कराया एक ओर कूड़ा डलावघर

भोपा पुल के नीचे एमआईटूसी कंपनी के साथ मिलकर पालिका ने लोगों को दिलाई गन्दगी से निजात, काम्पैक्टर लगाया, पांच महीने में पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप की पहल पर बंद हो चुके हैं शहर के 14 डलावघर,

Update: 2024-07-15 10:25 GMT

मुजफ्फरनगर। नगर को स्वच्छ बनाने के लिए चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप की मुहिम को लेकर काम में जुटी कंपनी एमआईटूसी के साथ मिलकर पालिका अधिकारियों ने शहर के एक और कूड़ा डलावघर को बंद कराया है। सोमवार को यहां पर कूड़ा निस्तारण के लिए कंपनी के द्वारा काम्पैक्टर लगाया गया है, जिसमें क्षेत्र से एकत्र होने वाला कूड़ा रेहडों और वाहनों से सीधा डाला जायेगा। डलावघर समाप्त करने पर क्षेत्रीय लोगों ने पालिका प्रशासन की कार्यप्रणाली की प्रशंसा की है। पालिका के प्रयासों के चलते कंपनी द्वारा अपने पांच माह के कार्यकाल में शहर में अब तक 14 डलावघरों को बंद कराया जा चुका है, इनमें से 4 डलावघर पूर्ण रूप से बंद किये जा चुके हैं, जबकि शेष स्थानों पर काम्पैक्टर की व्यवस्था करते हुए कूड़ा निस्तारण हो रहा है। जहां पर डलावघर बंद किये गये हैं, वहां सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से वॉल पेंटिंग कराकर पालिका प्रशासन लोगों को स्वच्छता की ओर आने के लिए प्रेरक संदेशों के साथ जागरुक कर रहा है।


नगरपालिका परिषद् की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप द्वारा शहर को स्वच्छता के पैमाने पर निखारने के लिए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और डलावघरों से कूड़ा निस्तारण के लिए दिल्ली की कंपनी एमआईटूसी सिक्योरिटी एण्ड फेसिलिटी प्रा. लि. के साथ अनुबंध किया गया था। फरवरी से कंपनी शहर में काम कर रही है। इस दौरान घर घर से कूड़ा उठाने के लिए बेहतर व्यवस्था तो बनी ही है साथ ही शहरी क्षेत्र में गंदगी का साम्राज्य बनने वाले डलावघरों की स्थिति में भी सुधार हुआ है। मुख्य मार्गों के साथ ही घनी आबादी के बीच बने कूड़ा डलावघरों के बीच दयनीय जीवन जीने को विवश लोगों का जीवन अब बदहाली से निकला है।

पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के प्रयासों के चलते शहर में कुछ प्रमुख डलावघरों को बंद कराने की मुहिम पालिका अधिकारियों ने कंपनी एमआईटूसी के साथ मिलकर शुरू की। इसी कड़ी में सोमवार को बारिश के बीच ही कंपनी के सेकेण्ड्री वेस्ट प्वाइंट जोन इंचार्ज कुलदीप सिंह और पालिका की सफाई निरीक्षक प्लाक्षा मैनवाल ने टीम के साथ भोपा रोड पर पुल के नीचे स्थित कूड़ा डलावघर को बंद कराया। यहां पर कूड़ा निस्तारण के लिए काम्पैक्टर लगाया गया है। इस दौरान स्थानीय लोगों ने पालिका प्रशासन के इस प्रयास की जमकर सराहना करते हुए कहा कि दशकों से वो गन्दगी के बीच जीवन व्यतीत कर रहे हैं, अब कहीं जाकर उनकी सुनवाई हुई है। लोगों ने टीम का स्वागत किया। सेकेन्ड्री जोन इंचार्ज कुलदीप सिंह ने बताया कि नगरपालिका परिषद् के शहर में 24 बड़े कूड़ा डलावघर थे, कंपनी द्वारा पांच महीने में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के मार्गदर्शन में इनमें से 14 डलावघरों को बंद कराया है। इनमें से मेरठ रोड, डीएम आवास, रामलीला टिल्ला, भोपा पुल के नीचे, नई मंडी, शाकुंतलम सरकूलर आदि पर काम्पैक्टर लगाये गये हैं। जबकि जिला अस्पताल, राजवाहा रोड नई मंडी, बालाजी चौक, भाजपा कार्यालय गांधीनगर के कूड़ा डलावघरों को पूर्ण रूप से बंद कराया गया है। पालिका के साथ समन्वय बनाकर दूसरे और कई डलावघरों को बंद कराने की भी तैयारी की जा रही है। कंपनी का प्रयास है कि कम से कम कूड़ा शहर की सड़कों पर नजर आये। 

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