दिल्ली के जंतर मंतर पर मास्टर विजय सिंह का धरना, देखें वीडियो....
28 साल से भू माफियाओं के खिलाफ चल रहा संघर्ष बना चुका कई विश्व रिकाॅर्ड, अब राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सरकारी भूमि पर हुए अवैध कब्जे के लिए भेजा ज्ञापन
नई दिल्ली। भूमाफियाओं व भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले 28 सालों से उत्तर प्रदेश के जनपद शामली-मुजफ्फरनगर में दुनिया के सबसे लंबे धरने पर बैठे आन्दोलनकारी मास्टर विजय सिंह ने शनिवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देकर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेज कर गांव चैसाना की 4 हजार बीघे सार्वजनिक भूमि से अवैध कब्जा हटवा कर इस मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। मास्टर विजय का दावा है कि यह भूमि करीब 700 करोड़ रुपये की मिलकियत है।
जंतर मंतर पर अपना धरना जमाये मास्टर विजय सिंह ने बताया कि 4 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ज्ञापन भेजे थे तथा 8 अप्रैल 2019 को जनपद शामली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा में ज्ञापन दिए थे, जिन पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी शामली को जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। जिलाधिकारी ने एसडीएम ऊन को जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश दिये, एसडीएम ने जांच कर 20 अक्टूबर 2019 को रिपोर्ट दे दी थी। इसके उपरांत जिलाधिकारी शामली ने स्वयं गांव चैसाना में जाकर रिपोर्ट का भौतिक सत्यापन किया था, जिसमें सैकड़ों करोड़ की हजारों बीघा सार्वजनिक कृषि भूमि पर पूर्व विधायक ठा. जगत सिंह व परिवार का अवैध कब्जा साबित हुआ था। रिपोर्ट में ठा. जगत सिंह को भू माफिया घोषित करने की संस्तुति भी की गई थी। परंतु राजनीतिक हस्तक्षेप व भ्रष्टाचार के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के 7 साल के कार्यकाल में कई बार लखनऊ मुख्यमंत्री निवास जाकर मुलाकात का समय मांगा, परंतु कोई समय नहीं दिया गया।
अखिलेश के आदेश पर गठित कमेटी ने नहीं की कार्यवाही
2012 में कृषि भूमि अवैध कब्जा मुक्त कराने के लिए मा. विजय सिंह पद यात्रा करते हुए लखनऊ पहुंचे थे। तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात कर भूमि कब्जा मुक्त कराने की मांग की थी, जिस पर जांच कमेटी गठित की गई, लेकिन आरोपियों के सपा में चले जाने के कारण राजनीतिक हस्तक्षेप व भ्रष्टाचार के कारण कोई कार्यवाही नहीं की गई थी।
बसपा सरकार ने भी माना था अवैध कब्जा
बसपा सरकार के दौरान प्रमुख सचिव गृह ने कार्रवाई का आदेश दिया था जिस पर जिला प्रशासन ने 300 बीघा भूमि अवैध कब्जा मुक्त कराई थी। बाद में कुछ नेताओं के भ्रष्टाचार व राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते कार्रवाई पर विराम लगा था। मेरठ मंडल कमिश्नर एचएल बिरदी ने 1995 में सारे मामले की जांच कर घोटाले की पुष्टि करते हुए रिपोर्ट प्रेषित की थी। आईजी सीबीसीआइडी एसी शर्मा ने जांच कर अवैध कब्जे की पुष्टि कर शासन को रिपोर्ट भेजी थी।
संघर्ष बना दुनिया का सबसे लम्बा धरना
दुनिया का सबसे लंबा धरना रिकार्ड विभिन्न बुको में हो चुका दर्ज हो चुका। उनका धरना लिम्का बुक आफ रिकार्ड्स, एशिया बुक आफ रिकार्ड्स, इंडिया बुक आफ रिकार्ड्स, वर्ल्ड रिकार्ड इंडिया तथा मीरा सेल्स आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो चुका है। मास्टर विजय अमेरिका के विलियम थाॅमस से आगे निकल गए। विलियम थाॅमस ने परमाणु निशस्त्रीकरण की मांग करते हुए अमेरिका में वाइट हाउस के सामने 27 साल 2 माह तक धरना दिया था।