बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हो गई फसल, सरकार से ये क्या कह गये टिकैत...
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा-सरकार किसानों को दे फसल का मुआवजा, गांव चौकडा में माइनर कटने से फसल जलमग्न, विकास शर्मा ने जताई नाराजगी
मुजफ्फरनगर। दो तीन दिनों से मौसम में आई नरमाहट के साथ ही बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों को बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ रहा है। अभी तीन दिन का और अलर्ट घोषित किया गया है, जिससे किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए चिंतित होना पड़ रहा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने किसानों की सुध लेने और फसल के लिए मुआवजा देने की मांग सरकार से की है। इसके साथ ही जनपद में किसानों की फसलों को हुए नुकसान को लेकर भाकियू नेता विकास शर्मा ने नाराजगी जताई है। गांव चौकड़ा में माइनर के कटने से कई किसानों की फसल भी जलमग्न हो गई है। उन्होंने सिंचाई विभाग के अफसरों की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाये।
बारिश और ओलावृष्टि होने से किसानों के चेहरे भी मुरझा गए हैं। किसानों का कहना है कि बेमौसम की बारिश व ओलों ने उन्हें काफी नुकसान पहुंचाया है। मुजफ्फरनगर जनपद के कई गांवों में 100-100 ग्राम के ओले गिरने से फसलों को नुकसान हुआ है। पहले ओले गिरे, इसके बाद गरज-चमक के साथ बारिश हुई। इससे लाही, सरसों, आलू, चना, गेहूं, मसूर, अलसी सहित तमाम फसलों का भारी नुकसान हुआ है। कुछ स्थानों पर तैयार फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। किसानों को खेतों में फसल खराब होने के कारण काफी चिंतित देखा जा रहा है।
जनपद में गांव चौकडा में सिंचाई विभाग का माइनर भी पानी के तेज बहाव में खेतों की तरफ कट जाने के कारण कई बीघा फसल जलमग्न हो गई। इससे कई किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है। भाकियू के युवा मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा ने सोशल मीडिया पर फसलों के नुकसान के लिए वीडियो वायरल करते हुए सिंचाई विभाग के अफसरों पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाये हैं।
उन्होंने कहा कि ईश्वर तो प्राकृतिक आपदा की मार किसानों को दे ही रहा है, जिले में सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण भी किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। उन्होंने कहा कि गांव चौकड़ा में नहर टूटने से कई बीघा फसल भी पानी में खत्म हो गई। कई बार सिंचाई विभाग को अवगत भी कराया गया था कि इस माइनर की सफाई की जाए, मगर विभाग की लपरवाही से किसानों का नुकसान हो रहा है। भाकियू नेता विकास शर्मा ने एसडीएम सदर को दूरभाष द्वारा सूचना दी, इस पर एसडीएम ने तुरंत माइनर बन्द करने ओर पानी रोकने के लिए आश्वासन दिया। विकास शर्मा ने इस कारण किसानों की बर्बाद फसल के लिए सिंचाई विभाग से मुआवजा दिलाये जाने की भी मांग की है।
दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने लखनऊ में दौरे के अवसर पर किसान संगठनों के नेताओं के साथ मीटिंग के दौरान एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा कि दो दिनों से उत्तर प्रदेश के साथ ही दूसरे राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। सरकार किसानों की समस्याओं और पीड़ा की सुध नहीं लेती, यही कारण है कि किसानों को देश में आंदोलन करना पड़ रहा है। इस बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों को बड़ा नुकसान दिया है। कई स्थानों पर तैयार फसल बर्बाद हो गई है। इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा, यह सबसे बड़ा सवाल है। प्राकृतिक आपदा में सरकार को मदद के लिए आगे आना चाहिए।
किसान नेता टिकैत ने कहा कि बुन्देलखंड में ज्यादा नुकसान हुआ है। गेहूं, सरसों, मटर और आलू की फसलों को भयंकर नुकसान है। अभी तीन दिन का मौसम विभाग ने बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। इस प्राकृतिक आपदा में किसानों का जो भी नुकसान हो रहा है, सरकार उनका आकलन कराकर किसानों को राहत देने का काम करे। किसानों से उन्होंने धैर्य बनाकर रखने की अपील करते हुए कहा कि मौसम के अलर्ट को देखते हुए अपनी फसलों को नुकसान से जितना बचाया जा सकता हो, उसका प्रयास करें। सरकार प्रभावित किसानों को मुआवजा देने के लिए कार्यवाही प्रारम्भ करे।
30 से ज्यादा बिजलीघरों में ब्रेकडाउन, शहर और गांव में बिजली आपूर्ति ठप्प
मुजफ्फरनगर। शनिवार की रात में हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण जिले में शहर से गांव तक बिजली आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई है। जिले में 30 से ज्यादा बिजलीघरों में फाल्ट के कारण आधे जिले में बिजली ठप्प रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं शामली रोड बिजलीघर को भी वर्कशाॅप में आग के कारण बंद करना पड़ा। दोपहर बाद तक भी यहां से सप्लाई सुचारू नहीं हो पाई थी। अधीक्षण अभियंता नगरीय खण्ड संजय शर्मा ने बताया कि बारिश और ओलावृष्टि के कारण जनपद के ग्रामीण और नगरीय खण्ड के अन्तर्गत आने वाले करीब 30 से ज्यादा बिजलीघर की लाइनें क्षतिग्रस्त होने के कारण विद्युत आपूर्ति प्रभावित रही है। उन्होंने कहा कि अनेक बिजलीघरों से फाल्ट को दुरुस्त करते हुए आपूर्ति सुचारू कर दी गई थी, लेकिन कुछ बिजलीघरों में आपूर्ति बहाल करने के लिए समय लगा है। इस बारिश के कारण कई बिजलीघरों को काफी नुकसान हुआ है।