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45 लाख की डकैती में पूर्व विधायक के बेटे समेत 11 लोग गिरफ्तार

आरोपियों को अंदेशा नहीं था कि मामला पुलिस तक जाएगा। वह मानकर चल रहे थे कि पीड़ित के पास ब्लैकमनी है और केवल एक बैग छीने जाने पर वह पुलिस के पास नहीं जाएगा, इसलिए आरोपियों ने जानबूझ कर पीड़ित के हाथ से केवल एक बैग ही छीना और दूसरा रहने दिया।

45 लाख की डकैती में पूर्व विधायक के बेटे समेत 11 लोग गिरफ्तार
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गाजियाबाद। कविनगर कोतवाली पुलिस ने आरडीसी स्थित देविका चैंबर्स में हुई 45 लाख रुपये की डकैती मामले में हापुड़ से पूर्व विधायक के बेटे समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 38 लाख 30 हजार की नकदी भी बरामद करने के साथ बाकी रकम की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने का काम शुरू कर दिया है।

यह जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने बताया कि मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में 45 लाख रुपये की लूट की सूचना आई थी। इसके तत्काल बाद एसपी सिटी नगर (प्रथम) निपुण अग्रवाल की टीम ने मामले की जांच शुरू करते हुए घंटे भर में ही साफ कर दिया था कि यह मामला लूट का नहीं है। बल्कि सभी आरोपी पीड़ित कारोबारी के जानने वाले हैं। चूंकि इस वारदात में मारपीट हुई और वारदात के वक्त मौके पर सात आरोपी मौजूद थे, इसलिए पुलिस ने डकैती की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। उन्होंने बताया कि अब तक इस मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक आरोपी हापुड़ के पूर्व विधायक गजराज सिंह का बेटा सतेंद्र सिंह उर्फ बाबी है। उन्होंने बताया कि वारदात के मास्टरमाइंड आंध्र प्रदेश के गुंटूर में कृष्णा नगर के रहने वाले विनय तेजा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। एक करोड़ की रकम गाजियाबाद तक कैसे पहुंची इसकी जांच की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने एक चेन के रूप में इस वारदात को अंजाम दिया था। 12 अगस्त को किसी माध्यम से पीड़ित का संपर्क वारदात के मास्टरमाइंड विनय तेजा से हुआ था। उस समय विनय तनेजा ने उन्हें झांसा दिया कि एक करोड़ के रुपये के निवेश पर बहुत कम समय में वह 115 फीसदी का मुनाफ दे सकता है। तेजा के झांसे में आकर पीड़ित एक करोड़ रुपये लेकर गुरुग्राम आ गया। वहां इसकी मुलाकात गुरुग्राम के ही रहने वाले विनय तेजा के साथी दीपक पलटा से हुई। इसके बाद वह दिल्ली होते हुए गाजियाबाद पहुंचा।

आरोपियों को अंदेशा नहीं था कि मामला पुलिस तक जाएगा। वह मानकर चल रहे थे कि पीड़ित के पास ब्लैकमनी है और केवल एक बैग छीने जाने पर वह पुलिस के पास नहीं जाएगा, इसलिए आरोपियों ने जानबूझ कर पीड़ित के हाथ से केवल एक बैग ही छीना और दूसरा रहने दिया। एसएसपी ने बताया कि वकील के बहनोई अरविंद त्यागी को गिरफ्तार किया तो पता चला कि डकैती की रकम उसकी पत्नी ने छिपा रखी है। पुलिस ने उसके घर में दबिश देकर उसकी पत्नी रीना त्यागी को भी गिरफ्तार कर उसके पास से 32 लाख रुपये बरामद किए हैं। राजीव त्यागी से एक लाख 30 हजार रुपये और सत्येंद्र उर्फ बाबी पांच लाख रुपये बरामद किए हैं। एसएसपी ने बताया कि हापुड़ से पूर्व विधायक गजराज सिंह के बेटे सत्येंद्र का पुराना अपराधिक इतिहास मिला है। खुद जिला पंचायत का चुनाव लड़ चुके सत्येंद्र के खिलाफ अब तक कुल आठ मुकदमों की जानकारी मिली है। यह मुकदमे नोएडा, हापुड़ और मुरादाबाद में दर्ज हैं।

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