स्वतंत्रता दिवस पर किसानों के प्रदर्शन को लेकर तमाम आशंकाएं
नई दिल्ली। 26 जनवरी के हादसों के बाद केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन रत किसानों द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड और एक बार फिर खालिस्तान समर्थकों व अन्य देश विरोधी ताकतों द्वारा ऐसी स्थिति का फायदा उठाकर अस्वस्था फैलाने की आशंका के बीच पुलिस को अलर्ट किया गया है। किसान तमाम स्थानों से टैªक्टरों के साथ प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं। जींद में महिलाएं टैªक्टर रैली निकालने की तैयारी में हैं। उन्होंने उचाना कलां में परेड का रिहर्सल किया।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान के बाद करीब 8 महीनों से कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली और आसपास की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा यात्राआंे और टैªक्टर कूच का ऐलान कर दिया है। किसानों ने स्वतंत्रता दिवस को किसान-मजदूर आजादी संग्राम दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। देशभर के किसान प्रखंड और तहसील स्तर पर इस दिन श्तिरंगा रैलियांश् निकालेंगे। हालांकि किसानों ने कहा कि वे दिल्ली में नहीं घुसेंगे। इस दिन किसान और मजदूर तिरंगा मार्च में ट्रैक्टर, मोटर साइकिल, साइकिल और बैलगाड़ी आदि लेकर निकलेंगे और ब्लाक, तहसील, जिला मुख्यालयों की ओर कूच करेंगे। वे पास के धरना स्थलों पर भी जा सकते हैं। इस दौरान वाहनों पर तिरंगे लगे होंगे।
किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने कहा कि देशभर में सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक रैलियां निकाली जाएंगी। दिल्ली में भी सिंघु बार्डर, टीकरी बार्डर और गाजीपुर बार्डर पर तिरंगा मार्च निकाले जाएंगे और पूरे दिन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस बीच इस स्थिति में खालिस्तान समर्थकों या देश विरोधी ताकतों द्वारा मौके का फायदा उठाकर हालात बिगाडने की साजिशों को देखते हुए पुलिस को दिल्ली से लेकर तमाम राज्यों तक में अलर्ट किया गया है।