बिना शर्त किसानों से बात फिर शुरू करे सरकारः राकेश टिकैत
टिकैत ने कहा कि हमने पहले भी कहा है कि जब भी सरकार तैयार होगी, हम बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन वे यह कहकर इसे सशर्त क्यों बना रहे हैं कि वे कृषि कानून वापस नहीं लेंगे?
रोहतक। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आंदोलन को तेज करने और संसद व राजमार्गों पर प्रदर्शन की घोषणा के बीच भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत फिर से शुरू करना चाहती है तो उसे शर्तें नहीं रखनी चाहिए।
इस मामले को लेकर लगातार सरकार के खिलाफ झंडा उठाए घूम रहे राकेश टिकैत ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा कि तीन नए केंद्रीय कृषि कानून किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे और यह स्पष्ट कर दिया कि सरकार इन कानूनों को निरस्त करने की मांग को छोड़कर, अन्य मुद्दों पर प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है। टिकैत ने कहा कि हमने पहले भी कहा है कि जब भी सरकार तैयार होगी, हम बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन वे यह कहकर इसे सशर्त क्यों बना रहे हैं कि वे कृषि कानून वापस नहीं लेंगे?
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कारपोरेट के दबाव में काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भले ही वे (केंद्र) किसानों से बात कर लें, लेकिन उन्हें कारपोरेट चला रहे हैं।