सडकें जाम, शहरों में जिंदगी आम, राकेश टिकैत ने कहाः सफल रहा बंद
हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन कोई बातचीत नहीं हो रही है। उन्होंने (योगी आदित्यनाथ) घोषणापत्र में गन्ने का मूल्य बढ़ाकर 375-450 रुपये करने का वादा किया था, फिर भी उन्होंने केवल 25 रुपये ही बढ़ाए। उन्हें हुए नुकसान का हिसाब देना चाहिए।
नई दिल्ली। हाईवे रोकने के कारण तमाम मुश्किलों के बावजूद शहरी इलाकों में बंद का कोई असर नहीं रहा। इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, कि हमारा भारत बंद सफल रहा। हमें किसानों का पूरा समर्थन मिला। हम सब कुछ सील नहीं कर सकते, क्योंकि हमें लोगों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाना है। हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन कोई बातचीत नहीं हो रही है। उन्होंने (योगी आदित्यनाथ) घोषणापत्र में गन्ने का मूल्य बढ़ाकर 375-450 रुपये करने का वादा किया था, फिर भी उन्होंने केवल 25 रुपये ही बढ़ाए। उन्हें हुए नुकसान का हिसाब देना चाहिए।
केन्द्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विभिन्न किसान यूनियनों के भारत बंद के कारण भारत के कई हिस्सों में, विशेष रूप से हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनजीवन सोमवार को बाधित हो गया। विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों और प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। कई स्थानों पर वे रेल की पटरियों पर भी बैठ गए जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ। भारत बंद को लेकर किसानों ने आज यमुना एक्सप्रेसवे के ज़ेवर टोल को बंद कर दिया जिसकी वजह से लोगों को काफ़ी परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि थोड़ी देर बाद सड़क के दोनों तरफ़ सिंगल-सिंगल लेन खोल दी गई। जिससे कि गाड़ियां एक-एक कर निकल सके लेकिन इस बीच सिंगल लेन खुली होने की वजह से लंबा ट्रैफ़िक जाम लग गया।