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भारत के रुख से यूक्रेन निराश

भारत के रुख से यूक्रेन निराश
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नई दिल्ली। यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा का कहना था कि हम भारत के स्टैंड से बेहद निराश हुए हैं। हमें उम्मीद थी कि भारत हमारा पक्ष ज्यादा मजबूती के साथ रखेगा। पोलिखा का कहना था कि भारत का अंतरराष्ट्रीय राजनीति में बड़ा कद है और हम पीएम नरेंद्र मोदी से उम्मीद करते हैं कि वे इस मामले में दखल दें। उनके रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अच्छे रिश्ते हैं। हालांकि उनकी टिप्पणी का भारत की ओर से तत्काल जवाब दिया गया और यूक्रेनी राजदूत के आरोपों को खारिज कर दिया गया।

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि जो हालात पैदा हुए हैं, उसमें भारत भी एक पक्ष है। हमारी अर्थव्यवस्था पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा और बड़ी संख्या में हमारे छात्र भी यूक्रेन में मौजूद हैं। क्या एक नया वर्ल्ड ऑर्डर तैयार हो रहा है? इस सवाल पर हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि चीजें बदल रही हैं और अपने राष्ट्रीय हितों को साधने के लिए भारत सभी प्रयास करेगा। यूक्रेन के आरोपों पर उन्होंने कहा, 'हम उनके संपर्क में हैं। सभी संबंधित पक्षों से इस मसले पर बात कर रहे हैं। मैं नहीं मानता कि यह बात कहना सही है कि हम एक पक्ष से बात कर रहे हैं और दूसरे पक्ष से बात नहीं कर रहे हैं।'

हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा, 'यह बात सही है कि भारत के दुनिया के सभी देशों के साथ अच्छे संबंध रहे हैं। अमेरिका, रूस या फिर यूरोपियन यूनियन हो, हर किसी के साथ हमारे अच्छे संबंध रहे हैं। हमारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हमेशा से यह फोकस रहा है कि तनाव को खत्म किया जा सके। हम मानते हैं कि कूटनीतिक बातचीत के जरिए ही समस्याओं का हल निकाला जा सके।' यूक्रेन के राजदूत इगोर पोखिला कि टिप्पणी पर हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि हम सभी पक्षों के संपर्क में हैं और मसले का हल करना चाहते हैं।

इस बीच अमेरिका ने भारत से संपर्क साधा है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर से उनके अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन ने बाचतीत की है। ब्लिंकन ने जयशंकर से बातचीत की जानकारी देते हुए ट्वीट किया, 'यूक्रेन संकट पर आज एस. जयशंकर से बात की। यूक्रेन पर रूस का हमला उसकी संप्रभुता पर अटैक है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुला उल्लंघन है।'

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