अफगानिस्तान में पाकिस्तानी सीमापार कर घुसे 6,000 दहशतगर्द
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान अफगान सुरक्षा बलों पर भारी पड़ रहे हैं। कंधार के अपने पूर्व गढ़ के साथ ही तालिबान ने एक तिहाई जिलों पर कब्जा करने का दावा किया है।
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के लिए तैयार एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने तालिबान के साथ संबंध बनाए रखा है क्योंकि उसके लगभग 6,000 आतंकवादी सीमा पार कर अफगान क्षेत्र में हैं।
यूएन एनालिटिकल सपोर्ट एंड सेंक्शन मॉनिटरिंग टीम की 28वीं रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान में विभिन्न देशों और आतंकवादी समूहों के आतंकवादी सक्रिय हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ष्निगरानी दल का अनुमान है कि विदेशी आतंकवादी लड़ाकों की संख्या लगभग 8,000 और 10,000 के बीच होगी, जिसमें मुख्य रूप से मध्य एशिया, रूसी संघ के उत्तरी काकेशस क्षेत्र, पाकिस्तान और चीन के झिंजियांग उइघुर स्वायत्त क्षेत्र के लड़ाके शामिल हैं। डान की खबर के में संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान नंगरहार प्रांत के पूर्वी जिलों में पाकिस्तान की सीमा के पास स्थित है।
बता दें कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान अफगान सुरक्षा बलों पर भारी पड़ रहे हैं। कंधार के अपने पूर्व गढ़ के साथ ही तालिबान ने एक तिहाई जिलों पर कब्जा करने का दावा किया है। बुधवार को, तालिबान ने पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान के प्रमुख सीमा क्रासिंग में से एक पर कब्जा कर लिया।