अब कोहिनूर को पाकिस्तान लाने के लिए लाहौर हाईकोर्ट में याचिका
यह हीरा फिलहाल टावर आफ लंदन में प्रदर्शित राजमुकुट में लगा है। यह हीरा करीब 108 कैरेट का है।
लाहौर। ब्रिटिश महारानी के ताज की शान बने कोहिनूर हीरे को लेकर पाकिस्तान के लाहौर हाई कोर्ट में मंगलवार को एक याचिका दायर की गई है। इसमें इस हीरे को ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से वापस लाने की मांग की गई।
लाहौर हाई कोर्ट में याचिकाकर्ता ने कहा कि सरकार कोहिनूर को वापस लाने के लिए कदम उठाए। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को 16 जुलाई को अपना पक्ष रखने को कहा है। याचिकाकर्ता वकील जावेद इकबाल ने अपनी याचिका में जोर देकर कहा है कि उसे जानकारी मिली है कि भारत कोहिनूर को वापस लाने के लिए प्रयास कर रहा है। उन्होंने हाई कोर्ट से अनुरोध किया कि वह सरकार को कोहिनूर को पाकिस्तान वापस लाने के लिए प्रयास तेज करने को कहे। इकबाल ने कहा कि ब्रिटेन के लोगों ने दलीप सिंह से यह हीरा छीन लिया था और उसे अपने साथ लंदन ले गए थे। इकबाल ने कहा कि इस हीरे पर ब्रिटिश महारानी का कोई हक नहीं है और यह पंजाब की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। बता दें कि दुनिया के सबसे बड़े हीरों में से एक कोहिनूर हीरे को वापस लाने के लिए भारत भी प्रयासरत है। यह हीरा फिलहाल टावर आफ लंदन में प्रदर्शित राजमुकुट में लगा है। यह हीरा करीब 108 कैरेट का है। वर्ष 2010 में तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने भारत यात्रा के दौरान कथित रूप से कहा था कि यदि ब्रिटेन इस हीरे को लौटाने पर राजी हो गया तो ब्रिटिश संग्रहालय खाली मिलेंगे। भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि हीरे को ब्रिटिश न तो जबर्दस्ती ले गए और न ही उन्होंने उसे चुराया, बल्कि इसे पंजाब के शासकों द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी को उपहार के रूप में दिया गया था। इस हीरे को लाने में कई कानूनी और तकनीकी अड़चनें हैं, क्योंकि यह आजादी पूर्व काल का है और इस तरह यह पुरावशेष एवं कला संपदा अधिनियम, 1972 के दायरे में नहीं आता।