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मुजफ्फरनगर की भर्ती को लेकर अलर्ट, आर्मी ने मांगी अतिरिक्त फोर्स

गुरूवार को मुजफ्फरनगर की दो तहसीलों सदर और खतौली के युवा स्टेडियम के ट्रैक पर आमाजयेंगे अपना भाग्य, बुधवार को बुलन्दशहर की दो तहसीलों से नहीं आये 35 प्रतिशत अभ्यर्थी, हाइट कम और फर्जी डाक्यूमेंट ने कई से मौका छीना

मुजफ्फरनगर की भर्ती को लेकर अलर्ट, आर्मी ने मांगी अतिरिक्त फोर्स
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मुजफ्फरनगर। करीब एक पखवाडे से चल रही अग्निपथ योजना की अग्निवीर थल सेना भर्ती रैली के दौरान अब पुलिस प्रशासन और आर्मी की अग्निपरीक्षा भी आ चुकी है। गुरूवार को लोकल भर्ती ;मुजफ्फरनगरद्ध होने के कारण आर्मी अफसरों ने जहां अपनी व्यवस्था को चाक चौबंद किया है, वहीं आर्मी ने लोकल भर्ती को देखते हुए जिला प्रशासन से अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की है। जनपद मुजफ्फरनगर से ज्यादा अभ्यर्थियों के उमड़ने की संभावना है। जिले की चार तहसीलों की भर्ती के लिए दो दिनों का समय निर्धारित किया गया हैं, वहीं आज बुलन्दशहर की छह तहसीलों की भर्ती रैली प्रक्रिया पूर्ण हो गयी है। आज करीब 35 प्रतिशत अभ्यर्थी भर्ती रैली में प्रतिभाग करने के लिए नहीं पहुंचे। आज भी हाइट कम होने और फर्जी डाक्यूमेंट के कारण कई युवाओं की किस्मत ने धोखा दे दिया और इनको जांच पड़ताल के दौरान बाहर कर दिया गया। अब दो दिन मुजफ्फरनगर जनपद के युवा अपना भाग्य आजमाने के लिए तैयार हैं। आज ही काफी संख्या में अभ्यर्थी रैली स्थल पर पहुंचे थे।

बता दें कि 20 सितम्बर से जनपद के चौ. चरण सिंह स्टेडियम और नुमाइश मैदान पर अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर थल सेना भर्ती रैली का आयोजन किया जा रहा है। एआरओ मेरठ के निदेशक कर्नल सोमेश जसवाल के निर्देशन में चल रही तीन मंडलों के 13 जनपदों की सैन्य भर्ती रैली के दौरान अभी तक 10 जनपदों की भर्ती रैली सम्पन्न हो चुकी है। बारिश के का कारण व्यवधान होने पर जनपद शामली और गाजियाबाद की दो तहसीलों की भर्ती रैली प्रक्रिया को स्थगित किया गया था। 16 दिन की भर्ती रैली के बाद अब मुजफ्फरनगर जनपद की भर्ती रैली का नम्बर आया है।


03 अक्टूबर से आज 05 अक्टूबर तक जनपद बुलन्दशहर की भर्ती रैली के दौरान अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा सम्पन्न कराई गयी। बुधवार को बुलन्दशहर की दो तहसीलों सियाना और सिकन्दराबाद के अभ्यर्थियों ने भाग्य आजमाया। सूत्रों के अनुसार रात्रि करीब 11 बजे इन तहसीलों से आये अभ्यर्थियों को आर्मी अफसरों ने मैदान पर एंट्री शुरू की थी। हाइट चैक के दौरान काफी संख्या में इन अभ्यर्थियों का दावा फेल हो गया और हाइट की चौखट को भी यह पार नहीं कर पाये। करीब साढ़े पांच सौ अभ्यर्थी हाइट कम होने के कारण भर्ती परीक्षा से बाहर कर दिये गये। इसके साथ ही करीब 350 ऐसे अभ्यर्थी भी पाये गये, जिनके द्वारा प्रस्तुत किये गये आधार और डाक्युमेंट फर्जी मिलने पर उनको भी भर्ती रैली की दावेदारी से अयोग्य घोषित करते हुए बाहर कर दिया गया था। बुलन्दशहर की दो तहसीलों से करीब 8 हजार युवाओं ने इस भर्ती के लिए अपना पंजीकरण कराया था, इसमें से करीब 65 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शारीरिक दक्षता परीक्षा में प्रतिभाग करने के लिए भर्ती स्थल पर पहुंचे थे। इनमें से भी अधिकांश फर्जी डाक्यूमेंट और कम हाइट के कारण स्टेडियम में दौड़ से पहले ही बाहर हो गये।


लोकल भर्ती में 10 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों के आने की संभावना

बुलन्दशहर की भर्ती निपटने के बाद गुरूवार और शुक्रवार को दो दिनोें तक मुजफ्फरनगर जनपद की चार तहसीलों के अभ्यर्थियों का नम्बर रहेगा। पहले दिन 6 अक्टूबर को जिले की दो तहसीलों मुजफ्फरनगर सदर और खतौली की भर्ती का नम्बर है। वहीं 7 अक्टूबर को जनपद की तहसील बुढ़ाना और जानसठ के अभ्यर्थियों की भर्ती परीक्षा का आयोजन कराया जायेगा। प्रतिदिन यहां से करीब 10 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों के भर्ती परीक्षा के लिए आने की संभावना बनी हुई है। पंजीकरण का करीब 85 प्रतिशत युवा उपस्थित हो सकता है। लोकल भर्ती को देखते हुए आर्मी अफसरों ने भी अपनी व्यवस्थाओं को चाक चौबंद किया है। इसके साथ ही एआरओ मेरठ के द्वारा लोकल भर्ती में व्यवस्था और सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन से अतिरिक्त फोर्स की मांग की गयी है। वहीं पुलिस प्रशासन के अफसरों ने भी लोकल भर्ती के लिए अलर्ट घोषित किया है। पुलिस फोर्स को इन दो दिनों में बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।

छोटी-छोटी गलतियों के लिए भटक रहे चयनित अभ्यर्थी

जनपद में चल रही सेना भर्ती में शारीरिक दक्षता परीक्षा में सफल हुए अभ्यर्थियों को अपने दस्तावेजों की छोटी मोटी गलती को दुरुस्त कराने के लिए भर्ती स्थल से लेकर अपनी तहसील तक के चक्कर लगाने को विवश होना पड़ रहा है। बुलन्दशहर जनपद की छह तहसीलों की भर्ती के लिए भी यह देखने को मिला है। वहीं सूत्रों का कहना है कि मूल निवास, अविवाहित प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और चरित्र प्रमाण पत्र में छोटी छोटी गलती को लेकर अभ्यर्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी को लेकर कुछ युवाओं का कहना है कि वह शारीरिक दक्षता परीक्षा में सफल हुए हैं, लेकिन डाक्यमेंटेशन के दौरान उनके कुछ दस्तावेज में छोटी मोटी गलती पकड़ी गयी, जिसको तहसील के माध्यम से दुरुस्त कराना है। आर्मी की ओर से उनको इसी सीईई से पहले ठीक कराने का मौका दिया गया है। सीईई नवम्बर में होनी है। लेकिन वह तहसीलों के चक्कर काट रहे हैं। उनको कार्यालय या तो बंद मिल रहे हैं, या वहां पर अधिकारी मौजूद नहीं है। वह अपनी तहसील से भर्ती स्थल तक लगातार चक्कर काट रहे हैं। आर्मी अफसर उनको जल्द ही अपने सभी दस्तावेज जमा कराने को कह रहे हैं। ऐसे में उनके सामने काफी मुश्किल बन रही है। इन युवाओं का कहना है कि जिला प्रशासन इसके लिए अधिकारियों की ड्यूटी नियमित लगाये ताकि उनको आवश्यक दस्तावेज समय से मिल सकें।

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