जेपी की पुण्यतिथि पर जयंत के साथ जुटेगा पुरा विपक्ष
8 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर में रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के लोकतंत्र बचाओ रैली को जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि पर भाजपा और योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन बनाने का काम किया गया है।
मुजफ्फरनगर। इंदिरा गांधी के खिलाफ विपक्ष का नेतृत्व कर अपनी राजनीतिक ताकत का दुनिया को अहसास कराने वाले जयप्रकाश नारायण की 41वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 8 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर की धरती के सहारे राजनीतिक परिदृश्य पर एक नया इतिहास लिखने के लिए विपक्ष एकजुट हो रहा है। राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने जेपी की पुण्यतिथि पर योगी सरकार के खिलाफ लोकतंत्र बचाओ का नारा देते हुए इस आंदोलन की रूपरेखा बनाई तो आज पूरा विपक्ष उनके साथ इस आंदोलन में कूद पड़ा है। मुजफ्फरनगर की धरती से विपक्ष का यह बड़ा ऐतिहासिक प्रदर्शन माना जा रहा है। इसके लिए कई बड़े राजनीतिक घटनाक्रम का गवाह रह चुके राजकीय इण्टर काॅलेज के मैदान को चुना गया है।
रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पर हाथरस कांड की पीड़ित युवती के परिजनों से मिलने जाने के दौरान पुलिस द्वारा किये गये लाठीचार्ज के बाद से ही विपक्ष के एक मंच पर आने का बड़ा अवसर सामने आया है। जयंत चौधरी ने 8 अक्टूबर के अपने चलो मुजफ्फरनगर के आह्नान के लिए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ही आम जनमानस को संदेश देते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे अपराध, सरकार की किसान विरोधी और दमनकारी नीतियों का शांतिपूर्वक और संयमित तरीके से विरोध करेंगे। इस आंदोलन के लिए जयंत के साथ पूरा विपक्ष एकजुट हुआ है। रालोद के कार्यालय सचिव समरपाल सिंह की ओर पार्टी के जिलाध्यक्ष अजीत राठी को पूरा कार्यक्रम भेज दिया गया है।
जयप्रकाश नारायण जी की पुण्यतिथि के अवसर पे उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे अपराध, सरकार की किसान विरोधी और दमनकारी नीतियों का शांतिपूर्वक और संयमित तरीक़े से विरोध करेंगे! #चलो_मुजफ्फरनगर pic.twitter.com/xCe23hM0bT
— Jayant Singh (@jayantrld) October 7, 2020
जयप्रकाश नारायण जी की पुण्यतिथि के अवसर पे उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे अपराध, सरकार की किसान विरोधी और दमनकारी नीतियों का शांतिपूर्वक और संयमित तरीक़े से विरोध करेंगे! #चलो_मुजफ्फरनगर pic.twitter.com/xCe23hM0bT
— Jayant Singh (@jayantrld) October 7, 2020
इसके साथ ही समरपाल द्वारा लोकतंत्र बचाओ विरोध प्रदर्शन के लिए प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया गया कि 8 अक्टूबर, 2020 को मुजफ्फरनगर जनपद में 12 बजे लोकतंत्र बचाओ रैली का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेतागण राष्ट्रीय लोकदल उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जयन्त चौधरी के साथ ही परवाल रेवन्ना सासंद जनता दल (एस), धर्मेन्द्र यादव पूर्व सासंद, समाजवादी पाटी, सांसद दीपेन्द्र हुड्डा काग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल, हरियाणा के प्रधान महासचिव और विधायक अभय सिंह चैटाला, राजस्थान विधानसभा के डिप्टी स्पीकर आफताब और पूर्व सांसद जयप्रकाश कांग्रेस, हरियाणा मुजफ्फरनगर में पहुंचकर जयंत चौधरी के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का हिस्सा बनेंगे।
रालोद नेता समरपाल सिंह ने कहा कि आज सारे देश में मौजूदा शासन के अत्याचारें से चैतरफा असंतोष फैल गया। देश की सरकार किसानों की खेती पर अपने मनपसंद व करीबी पूँजीपतियों का कब्जा कराने के लिए तीन नए कानून बना चुकी है। उत्तर प्रदेश में महिलाओं की इज्जत लुट रही है और दबंगों की शिकायत करने वालों को जान से हाथ धोना पड़ रहा है। जनता पर अत्याचार, विपक्ष के नेताओं पर बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज, और फिर उन्ही पर झूठे मुकदमे, हाथरस में सारे देश ने देखा है। एक शक्तिशाली बहुमत लोकतांत्रिक तरीके से हासिल कर, अब उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार अभिव्यक्ति की आजादी और जनता के लोकतांत्रित अधिकारों का दामन कर रही है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने इन खतरों के बारे में चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने लोकतंत्र बचाओं आंदोलन चलाकर देश के राजनीतिक शक्तियों और संगठनों को एकजुट किया था। 8 अक्टूबर को लोकनायक जय प्रकाश की पुण्यतिथि पर फिर से लोकशक्ति जागरण के लिए आगे आने की जरूरत है, जिस तरह 1974 में जय प्रकाश नारायाण, चैधरी चरण सिंह और अन्य नेताओं ने लोकतंत्र बचाओ आंदोलन को रचा था, उसी तर्ज पर सभी को मिलकर आज फिर लोकतंत्र बचाओं आंदोलन खड़ा करने की जरूरत है, यही वक्त का तकाजा है।