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झूठ के सहारे देश को गुमराह कर रहे मोदीः राकेश टिकैत

भाकियू नेता ने लगाया आरोप-एमएसपी पर अपनी ही रिपोर्ट लागू करने से बच रहे पीएम मोदी, वादे भी नहीं किए पूरे, 2011 में गुजरात सीएम रहते हुए मनमोहन सिंह से मांगी थी एमएसपी गारंटी, 2014 के चुनाव में किया था स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने का वादा

झूठ के सहारे देश को गुमराह कर रहे मोदीः राकेश टिकैत
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मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर झूठ बोलकर देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो एमएसपी पर अक्सर ही चुनावी माहौल बनाने के लिए झूठ का एक पूरा जाल फैलाते हैं, जबकि किसानों को एमएसपी का कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि साल 2011 में उन्होंने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए ही देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से एमएसपी गारंटी मांगी थी, लेकिन अपनी सरकार आने पर वो इस रिपोर्ट को लागू नहीं करा रहे हैं। भाजपा के घोषणा पत्र में

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर करीब पांच मिनट का एक वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने एमएसपी के मुद्दे पर खुलकर बातचीत की। किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर झूठ बोलकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो अलग अलग राज्यों में जाकर चुनावी भाषण देते हैं। उन्होंने हाल ही में उड़ीसा में जाकर बयान दिया है कि केन्द्र सरकार एमएसपी किसानों को दे रही है और इससे दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का लाभ देश के किसानों को होगा। उनका यह दावा सरासर झूठ है, देश के प्रधानमंत्री को झूठ कतई नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि साल 2014 से पहले केन्द्रीय चुनाव के दौरान इन लोगों ने भाजपा के घोषणा पत्र में देश के किसानों से वादा किया था कि हम स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करते हुए सीटू प्लस 50 वाला फार्मूला हम एमएसपी पर लागू करें, लेकिन सरकार गठित होने के कुछ ही समय बाद साल 2015 में केन्द्र सरकार ने कोर्ट में शपथ दिया और साफ कहा कि हमारी कोई भी योजना सीटू प्लस 50 फार्मूला लागू करने की नहीं है, लेकिन इस शपथ पत्र के दाखिल करने के बावजूद भी देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनता के बीच जाकर यही बोलते रहे कि हमने सीटू प्लस 50 का फार्मूला लागू कर दिया है।


राकेश टिकैत ने कहा कि केन्द्र सरकार ने जो लागू किया वो सीटू प्लस 50 फार्मूला नहीं था, बल्कि वो ए टू एफएल फार्मूला था, इसमें किसान की मजदूर और जमीन का किराया इसमें नहीं जोड़ा जाता है। यदि केन्द्र सरकार सी टू प्लस 50 वाला फार्मूला लागू करते हैं तो देश के किसानों का लागत के मुकाबले 40 प्रतिशत लाभ मिलने लगेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि आज देश को भी प्रधानमंत्री का झूठ सुनने की आदत हो गई है। ये लोग भी इसलिए ही देश को गुमराह करने में लग गये हैं, क्योंकि देश की जनता ने इनको इनके झूठ का जवाब नहीं दिया। कहा कि इन लोगों ने किसानों को आय दोगुनी करने के सपने दिखाये, लेकिन वो भी झूठा साबित हुआ। राकेश टिकैत ने कहा कि साल 2011 में जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उस समय एक आर्थिक मामलों की कमेटी थी, इसमें 11 मुख्यमंत्री शामिल थे और मोदी भी इसमें थे। इस कमेटी ने यह तय किया था कि देश में एमएसपी गारंटी पर खरीद होनी चाहिए। उसका पूरा दस्तावेजी रिकॉर्ड है। इन मुख्यमंत्रियों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को रिपोर्ट सौंपकर एमएसपी गारंटी मांगी थी। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए एमएसपी गारंटी की मांग करने वाले नरेन्द्र मोदी आज खुद प्रधानमंत्री हैं तो वो अपनी सरकार में इस रिपोर्ट को लागू करा दें, लेकिन ये उसे लागू नहीं करेंगे।

आरोप लगाया कि आज के प्रधानमंत्री उद्योगपतियों को नुकसान नहीं चाहते है, ये पूंजीपतियों और बड़े उद्योगपतियों की सरकार है। किसानों को नुकसान भले ही हो जाये, लेकिन उद्योगपतियों को घाटा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरासर एमएसपी पर झूठ बोले रहे हैं। आज जो भी सरकारी एमएसपी लागू है, उस पर 60 प्रतिशत फसलें व्यापारी किसानों से सस्ते में खरीदने के बाद बेचता है। बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा सहित दूसरे प्रदेशों में सस्ते में किसानों की फसल खरीदी जा रही है, फिर दूसरे प्रदेशों में उन्हीं फसलों को लेकर जाकर महंगे दामों पर बेचकर लाभ कमा रहे हैं। इस अव्यवस्था के कारण किसान नुकसान में आकर आत्महत्या कर रहा है। राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने वादे पूरे करने चाहिए। वो साल 2011 की 11 मुख्यमंत्रियों वाली रिपोर्ट को लागू करें, लेकिन चुनाव के दौरान ये लोग एमएसपी पर झूठ बोलकर माहौल बनाते हैं। जबकि भाजपा की इस सरकार को भाजपा के घोषणा पत्र के सभी वादे करने चाहिए।

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