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MUZAFFARNAGAR---नया इतिहास रचने को तैयार नुमाइश मैदान

केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान की जिद से होगा किसानों और पशुपालकों का तकनीकी मागदर्शन, दो दिवसीय पशु प्रदर्शनी एवं कृषि मेला आयोजन का काउंटडाउन शुरू, डीएम ने परखी अंतिम तैयारियां

MUZAFFARNAGAR---नया इतिहास रचने को तैयार नुमाइश मैदान
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मुजफ्फरनगर। जनपद के राजनीतिक, सामाजिक और मनोरंजन के मंच पर अनेक उपलब्धि हासिल करते हुए एक बड़ा इतिहास रखने वाले शहर के नुमाइश मैदान पर दो दिन किसानों और पशुपालको के साथ ही उन्नत तकनीक को बताने वाले राष्ट्रीय स्तरीय वैज्ञानिकों के साथ ही उन्नत नस्लीय पशुओं का बड़ा मेला आयोजित होगा। इस मेले के सहारे एक बार फिर यह मैदान एक नया इतिहास रचने जा रहा है। यहां पर इन दो दिनों में करीब 50 हजार किसानों के साथ ही हजारों राष्ट्रीय सर्टिफाइड उच्च नस्लीय पशुओं के आने की तैयारी पूरी हो चुकी है। केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान के विशेष प्रयासों और जिद के कारण मुजफ्फरनगर को मिला यह ऐतिहासिक अवसर स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जायेगा। इसके सहारे किसानों और पशुपालकों को उन्नत नस्ल और उन्नत तकनीक अपने दर पर प्राप्त होगी। आज इस आयोजन की अंतिम तैयारियों को परखने के लिए डीएम ने पूरी टीम के साथ मैदान का निरीक्षण किया।


देश की पहली पशु प्रदर्शनी और कृषि मेला के ऐतिहासिक आयोजन के लिए काउंट डाउन अब शुरू हो चुका है। आज नुमाइश मैदान का रंगरूप और आबो हवा बदली नजर आई। स्टाल और टैंट की नगरी के रूप में नजर आ रहे इस मैदान पर विशाल वाटर प्रूफ मंच सभी को आकर्षित करता रहा। इसके साथ ही विशेष एसी पंडाल की साज सज्जा भी देखती ही बनती है। यहां अपना शरीर सौष्ठव प्रदर्शन करने के लिए आने वाले उन्नत नस्लीय पशुओं को गाड़ियों से उतारने के लिए एक विशेष साज सज्जा के साथ छोटा मंच बनाया गया है, ताकि उनको किसी भी शारीरिक नुकसान से बचाते हुए उतारकर कैटवाॅक वाले रैम्प रूपी मंच तक पहुंचाया जा सके। इसके साथ ही देशभर में कृषि के लिए प्रयोग होने वाले उन्नत नस्लीय सर्टिफाइड बीज, कृषि यंत्रों का प्रदर्शन करने की पूरी तैयारी है।


बता दें कि पहली बार मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बड़े स्तर पर केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान के संसदीय क्षेत्र में 6, 7 अप्रैल को दो दिवसीय पशु प्रदर्शनी और कृषि मेला का आयोजन किया जायगा। इस दो दिवसीय मेले में मुजफ्फरनगर और आसपास के जिलों के विभिन्न गाँव से लगभग 15 हजार किसानों के प्रतिदिन सम्मिलित होने की संभावना है। इनका भोजन पानी का इंतजाम सरकार के जिम्मे होने के कारण आज से ही नुमाइश मैदान पर खाने की भट्टियां चढ़ा दी गयी हैं। इसके साथ ही टैंट लगाने और साज सज्जा करने के साथ ही उच्च नस्लीय पशुओं के लिए ग्रीन और रेड कारपेट बिछाने के काम भी आज पूरी तेजी नजर आई। इस ऐतिहासिक होने जा रहे मेले के उद्घाटन बड़े समारोह के बीच मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सड़क परिवहन और राज्य मार्ग मंत्री नितिन गडकरी, विशिष्ठ अतिथि के रूप में केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्यपालन मंत्री पुरुषोतम रुपाला करेंगे। यूपी के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही के आने का प्रोग्राम अब नहीं है।


मेले के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह और विशिष्ठ अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह सम्मिलित होंगे। इन अतिथियों का स्वागत करने के लिए क्षेत्रीय सांसद और केन्द्रीय मंत्री डाॅ. संजीव बालियान तथा यूपी के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और नगर विधायक कपिल देव अग्रवाल मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे। इस मेले में किसानों को पशुपालन एवं कृषि से जुड़ी नई-नई परियोजनाओं के विषय में उन्नत तकनीक की जानकारी उपलब्ध करायी जायगी। कृषि में नयी तकनीक के उपयोग, विभिन्न कृषि उपकरण की उपयोगिता, उनका प्रयोग एवं रखरखाव, पशुओं की नस्ल सुधार, रखरखाव तथा संतुलित आहार आदि के सम्बन्ध में वैज्ञानिक डा. बख्शीराम जैसे विशेषज्ञ जानकारी देंगे। पशुपालन, मत्स्यपालन एवं कृषि सम्बन्धी नयी तकनीकों पर काम करने वाले स्टार्टअप को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।


इस मेले का मुख्य आकर्षण कृषि, पशुपालन एवं मत्स्यपालन से सम्बंधित प्रदर्शनी हैं। लगभग 150 स्टाल लगाने की तैयारी है, जिसमें 75 कृषि यांत्रिकी उपकरण, ड्रोन, एग्री-स्टार्टअप 40 स्टाल डेयरी एवं पशुपालन, 15 स्टाल मत्स्यपालन, 20 स्टाल आईसीएआर से सम्बंधित होंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विशेषकर गन्ने की खेती करने वाले किसानों के लिए इससे सम्बंधित नयी तकनीकों की जानकारी उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था रहेगी। मेले में किसानों के प्रशिक्षण का भी इंतजाम रहेगा, नई तकनीक के प्रयोग पर किसानों को प्रशिक्षित भी किया जायेगा। उत्तर प्रदेश एवं आसपास के राज्य जैसे हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड से अच्छी नस्लों के 1200 से अधिक पशुधन के सम्मिलित होने की संभावना है। इस मेले में किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए आठ से अधिक नस्लों की 29 से अधिक श्रेणियों के अंतर्गत अच्छे पशुधन को पुरस्कार भी दिया जायेगा।

वेस्ट यूपी से 400 उच्च नस्लीय पशुओं का रजिस्ट्रेशन


मुजफ्फरनगर में 6 अपै्रल से आयोजित हो रही पशु प्रदर्शनी एवं कृषि मेला में लोकल भी अपना जलवा दिखायेगा। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. दिनेश तोमर ने बताया कि इस पशु प्रदर्शनी में लोकल को भी बड़ा मौका दिया गया है। मुजफ्फरनगर के साथ ही बुलन्दशहर, बिजनौर, सहारनपुर, हापुड़, मेरठ आदि जिलों से अभी तक करीब 400 पशुपालक पशु प्रदर्शनी में शामिल 29 श्रेणियों के पशुओं के आधार पर अपने अपने पशुओं का पंजीकरण करा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों से करीब एक हजार से ज्यादा पशु शामिल होंगे।

पशु प्रदर्शन में नहीं आयेंगे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही कोरोना पाॅजिटिव पाए जाने के बाद लखनऊ स्थित आवास पर होम आइसोलेशन में हैं। 31 मार्च को वह देवरिया गए थे। एक अप्रैल को विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। शारीरिक परेशानी होने पर उन्होंने मंगलवार को लखनऊ में कोरोना जांच कराई तो रिपोर्ट पाॅजिटिव आई। इसकी जानकारी उन्होंने फेसबुक के जरिये दी। उन्होंने अगले तीन दिन के लिए अपने कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है। उनको मुजफ्फरनगर जिले में पशु प्रदर्शनी का उद्घाटन करने आना था, लेकिन अब केवल दोनों केन्द्रीय मंत्री ही यहां अतिथि के रूप में नजर आयेंगे। मेले के साथ ही मंत्री नितिन गडकरी और मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला गांव तुगलकपुर कम्हेडा में काऊ सेंचुरी का शिलान्यास भी करेंगे।

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