उत्तराखण्ड में अब 12वीं की परीक्षा भी रद्द
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की सरकार ने देवभूमि उत्तराखण्ड में कोरोना संक्रमण को देखते हुए 10वीं की परीक्षा पहले ही रद्द कर दी थी। वहीं अब 12वीं की परीक्षा को पहले सरकार ने स्थगित किया था, लेकिन अब उत्तराखण्ड बोर्ड की 12वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया है।
देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की सरकार ने देवभूमि उत्तराखण्ड में कोरोना संक्रमण को देखते हुए 10वीं की परीक्षा पहले ही रद्द कर दी थी। वहीं अब 12वीं की परीक्षा को पहले सरकार ने स्थगित किया था, लेकिन अब केन्द्र सरकार द्वारा सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा को निरस्त करने की घोषणा किये जाने के बाद राज्य सरकार ने उत्तराखण्ड बोर्ड की 12वीं की परीक्षा को भी रद्द कर दिया है। सभी छात्र छात्राओं को पूर्व परीक्षा के वार्षिक फल के आधार पर प्रमोट किये जाने का निर्णय लिया गया है।
प्रिय विद्यार्थियों एवं प्रदेशवासियों,
— Arvind Pandey (@TheArvindPandey) June 2, 2021
यशस्वी मुख्यमंत्री श्री @TIRATHSRAWAT जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में कोरोना के दृष्टिगत परीक्षार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा व बचाव हेतु उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। pic.twitter.com/QJtZUR7Iks
सीबीएसई और आईसीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद अब उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई हैं। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बुधवार को इसकी घोषणा करते हुए आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंनें कहा कि छात्रों व शिक्षकों के हितों को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है।
विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं प्रदेशवासियों के लिए उत्तराखण्ड 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित आवश्यक संदेश !#12thBoardExaminations | #Uttarakhandhttps://t.co/1cgfq5qXPG
— Arvind Pandey (@TheArvindPandey) June 2, 2021
उन्होंने कहा कि सभी छात्र-छात्राओं को प्रमोट किया जाएगा। साथ ही जो बच्चे समझते हैं कि उन्हें कम अंक देकर प्रमोट किया गया है उन्हें परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा। उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के लिए एक लाख 23 हजार से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। जबकि परीक्षा के लिए 1347 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसमें 223 केंद्र संवेदनशील और 22 परीक्षा केंद्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया था।