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संजीव-उमेश ने किसानों के बीच दिखाई सियासी ताकत

किसान आंदोलन के बीच भाजपा के किसान संवाद अभियान में आये ठहराव के बाद रविवार को केन्द्रीय राज्य मंत्री डा. संजीव बालियान, विधायक उमेश मलिक ने भाजपा पश्चिम प्रदेश अध्यक्ष मोहित बेनीवाल के साथ मिनी छपरौली माने जाने वाले मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना क्षेत्र में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।

संजीव-उमेश ने किसानों के बीच दिखाई सियासी ताकत
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मुजफ्फरनगर। किसान आंदोलन के बीच ही भाजपा के किसान संवाद कार्यक्रम में जुटे भाजपा नेताओं ने जनपद की मिनी छपरौली के नाम से मशहूर बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र में फिर से किसानों के बीच जाकर अपनी ताकत का अहसास कराया है। इस दौरान आयोजित महासम्मेलन में भाजपा नेताओं ने विपक्ष को पूरी तरह से निशाना पर लिया और केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान व क्षेत्रीय विधायक उमेश मलिक का किसानों ने गरमजोशी के साथ स्वागत किया।


जनपद की बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र के लुहसाना गांव में भाजपा द्वारा किसान मजदूर महासम्मेलन का आयोजन किया गया, इस सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान व पश्चिमी क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल और भाजपा विधायक उमेश मलिक के साथ जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, जिला पंचायत सदस्य रामनाथ ठाकुर और सैकड़ों भाजपा के नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। मजदूर महासम्मेलन में इलाके से ट्रैक्टरों पर ग्रामीण सवार होकर सम्मेलन में पहुंचे।


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कार्यक्रम में मंच से भाजपा के प्रतिनिधियों ने कृषि कानून बिल को लेकर भी इलाके के ग्रामीणों से बातचीत की। इस महासम्मेलन का आयोजन निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य अवनीश चौधरी द्वारा किया गया था। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने किसानों को तीनों कृषि बिलों के फायदे बताते हुए इनको किसान कल्याण की दिशा में बड़ा कदम बताया। कार्यक्रम में भाजपा के केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान, विधायक उमेश मलिक व क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने भाजपा सरकार में किए कार्यों का गुणगान करते हुए कृषि कानूनों को किसानों के लिए हितकारी बताया। इस दौरान क्षेत्र में हुए वर्ष 2013 के दंगों को भी याद करते हुए सोरों आदि की घटना को राजनीति के तहत होना बताया।


संजीव बालियान ने याद कराया कि यहां से जाने वाली बड़ौत, शामली, मुजफ्फरनगर, कांधला वाली सड़कें कैसी थी। उस अंतर को याद करें कि सांसद व विधायक ने काम कराया की नहीं। यही वह जिला था जहां अंधेरा होने के बाद रास्ता बताने वाला व्यक्ति नहीं मिलता था। पहले थाना तहसील कौन चलाते थे। पहले हम ही पिटते थे और मुकदमे भी म्हारे पर ही दर्ज होते थे।उन्होंने कि विपक्ष किसानों के कंधे पर बन्दूक रखकर चला रहा है, किसानों को अपने मतलब के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने बार बार पूछा है, कृषि कानूनों में जो गलत है, वह बताया जाये सरकार संशोधन करने को तैयार है।


एमएसपी के लिए भी हम गारंटी दे रहे है, लेकिन किसानों को भ्रमित किया जा रहा है। कांट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए किसानों की जमीन छीनने की साजिश के आरोपों पर जोरदार पलटवार करते हुए संजीव बालियान ने कहा कि पीएम मोदी व सीएम योगी के तो आगे-पीछे कोई है भी नहीं किसे देकर जाएंगे। उन्होनें कहा कि उसकी आंख फोड दी जाएगी जो किसानों के खेतों की तरफ नजर उठाएगा।

विधायक उमेश मलिक ने पूर्व की सपा सरकार को कोसा और कहा पूर्व सरकारों के नेताओं ने मुजफ्फरनगर की छवि को बदनाम किया है। उस समय हम पर फर्जी मुकदमे लगाकर जेल भेजे गए। हमारी सरकार में ऐसी राजनीति खत्म कर द्वेष भाव को भी समाप्त किया। विकास कराया, कानून व्यवस्था में सुधार हुआ। उन्होंने कस्बे की उस पुलिया को याद कराया जहां से पहले लोगों का निकलना मुश्किल था। उन्होंने कहा कि जिन्होंने पहले महिला बेटियों को पिटवाया आज वह लौटा नमक लेकर आ गए हैं। बता दें कृषि कानून बिल को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन के बीच अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में भाजपा गांव-गांव जाकर खाप चैधरी और गांव के गणमान्य लोगों के साथ किसान आंदोलन पर चर्चा कर रही है।

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