यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जहाँ भगवान शिव ‘मल्लिकार्जुन’ और माता पार्वती ‘भ्रमराम्बा देवी’ के रूप में विराजमान हैं।
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश सरकार में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और मुजफ्फरनगर नगर विधायक कपिल देव अग्रवाल इन दिनों दक्षिण भारत की धार्मिक यात्रा पर हैं। मंदिरों में दर्शन और पूजन-अर्चना के दौरान उनका परिवार भी साथ है। मंत्री जी की यह यात्रा व्यक्तिगत श्रद्धा और धार्मिक आस्था से प्रेरित बताई जा रही है।
आंध्र प्रदेश के कर्नूल ज़िले के श्रीशैलम स्थित श्री मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग मंदिर में नगर विधायक कपिल देव अग्रवाल ने परिवार सहित दर्शन किए और विधिपूर्वक पूजन-अर्चना संपन्न की। यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जहाँ भगवान शिव ‘मल्लिकार्जुन’ और माता पार्वती ‘भ्रमराम्बा देवी’ के रूप में विराजमान हैं।
दर्शन के बाद मंत्री ने बताया कि वहाँ का माहौल अत्यंत दिव्य और शांतिप्रदायक था। भक्ति, श्रद्धा और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओत-प्रोत वातावरण ने उनके मन को गहराई से छू लिया। उन्होंने भगवान शिव से सभी भक्तों के कल्याण, समृद्धि और मंगल की कामना भी की। पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान शिव और माता पार्वती ने अपने पुत्रोंकृगणेश और कार्तिकेय के विवाह के लिए एक प्रतियोगिता रखी थी। गणेश जी ने बुद्धिमानी से अपने माता-पिता की परिक्रमा कर विजय प्राप्त की, जबकि कार्तिकेय दुखी होकर श्रीशैल पर्वत पर आ गए। पुत्र के पीछे माता-पिता भी वहीं आ गए और यहीं स्थायी रूप से विराजमान हो गए। इसी कारण यह स्थान ‘मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग’ के रूप में प्रसिद्ध हुआ।
श्रीशैलम आगमन पर मंत्री कपिल देव अग्रवाल को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया। स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। मंदिर परिसर और आसपास की व्यवस्था का निरीक्षण करने के साथ-साथ उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर मौजूद लोगों ने मंत्री को सम्मान और आत्मीयता के साथ शुभकामनाएँ दीं। धार्मिक यात्रा के दौरान राज्य मंत्री का यह भावनात्मक और श्रद्धा से ओत-प्रोत अनुभव उनकी आस्था की झलक भी प्रस्तुत करता है।