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इस्लाम में शिक्षा का महत्व पर सेमिनार सम्पन्न

समाजसेवी मनीष चौधरी ने कहा-कुरआन ने दिया शिक्षा का संदेश, शिक्षा से ही तरक्की सम्भव

इस्लाम में शिक्षा का महत्व पर सेमिनार सम्पन्न
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मुजफ्फरनगर। सर्व समाजिक संस्था और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के तत्वावधान में जेनबिया गल्र्स इंटर कालेज में बुधवार को इस्लाम में शिक्षा का महत्व विषय पर एक सेमिनार का आयोजन हुआ। अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष मनीष चौधरी और संचालन फैजुर रहमान मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने की। सेमिनार में मौलाना खालिद कासमी ने कहा कि कुरआन में अल्लाह से साफ तौर पर यह बयान किया है कि शिक्षा कितनी अहम है। अल्लाह ने शिक्षा हासिल करने का पैगाम दिया है। पैगंबर मुहम्मद के लिए प्रकट हुए आदेश में शिक्षा का ही हुकुम अल्लाह ने दिया। यह मुसलमानों के लिए सर्वोपरि है। सेमिनार में आए असद फारूकी ने इस आदेश के पहले शब्द इकरा का अर्थ समझाते हुए कहा कि इसका सीधा संदेश पढ़ना है, और ज्ञान प्राप्त करने की धारणाओं का सुझाव देता है। इस्लाम ने शिक्षा को बहुत महत्व दिया है। शिक्षा के महत्व को समझते हुवे मौलाना आलिम ने बताया कि पूरे कुरआन में कई दायित्वों के साथ उजागर किया गया है।




सेमिनार के अध्यक्ष समाजसेवी मनीष चौधरी ने बताया कि कुरआन की प्रधानता और इस्लामी परंपरा में इसके अध्ययन के कारण, शिक्षा में अपनी स्थापना से ही इस्लाम में एक प्रमुख भूमिका निभाई। समकालीन काल से पहले, शिक्षा कम उम्र में अरबी और कुरान के अध्ययन के साथ शुरू हुई थी और इसके बाद इस्लामी दुनिया ने विज्ञान, वास्तुकला, और साहित्य में सबसे अधिक योगदान दिया। फैजुर रहमान ने प्रोग्राम आए बच्चों को समझाया कि ज्ञान प्राप्त करना हर मुस्लिम पुरुष या महिला पर एक दायित्व है। कुरआन की आयतें हमें जीवन की उत्पत्ति, अंतरिक्ष, सौर मंडल और आकाशीय पिंडों के बारे में बताती हैं। यह हमें समृ(ि से जीना सिखाता है।

सेमिनार में मुख्य रूप से रेशमा परवीन, सुमैय्या, आफरीन सिद्दीकी, अफसरा जैदी, अनम मंसूरी, राफिया अंजुम, आयात जैदी, शबाना परवीन, अजीम जहरा, बीनते हसन जैदी (प्रिंसिपल), मौलाना खालिद (मदरसा चिरागया), मौलाना आलिम, डा. नजमुल हसन जैदी, जयभगवान दास, फैजुर रहमान (मुस्लिम राष्ट्रीय मंच), नदीम ;क्लर्कद्ध, सामिया सिद्दीकी, केपी चौधरी प्रदेश अध्यक्ष लोक सेवक पार्टी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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