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पालिका को चार साल बाद दिखी कम्पनी बाग की बदहाली

चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप की सख्ती के बाद अमृत योजना मिशन में काम पूरा नहीं करने पर ठेकेदार को नोटिस जारी।अम्बा विहार और झांसी की रानी पार्क का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं करने पर भी दो ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी

पालिका को चार साल बाद दिखी कम्पनी बाग की बदहाली
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मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में काम का हाल क्या है, यह इसी बात से परखा जा सकता है कि सरकारों की महत्वकांक्षी योजना अमृत मिशन में भी चार साल बाद भी पालिका प्रशासन अपना एक पार्क का सौन्दर्यकरण पूर्ण कराने में सफल नहीं हो पाया है। पार्क के रखरखाव के लिए पांच साल तक की जिम्मेदारी लेने वाली कम्पनी लापता है और पालिका अफसर चार साल तक खामोश रहने के बाद अब कुंभकर्णी नींद से जागते नजर आए हैं। इनका जगाने का काम पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के सख्त रवैये ने किया है। मीनाक्षी स्वरूप ने पार्कों की दुर्दशा पर गंभीरता दिखाई तो पालिका के अफसरों को भी इनके लिए छोड़े गये ठेकों और गायब ठेकेदारों की याद तुरंत ही आ गयी। इसमें सबसे बड़ी लापरवाही तो कम्पनी बाग के सौन्दर्यकरण को लेकर सामने आई है। पालिका यहां पर चार साल के बाद भी ठेका लेने वाली कम्पनी से करोड़ों रुपये के खर्च के बावजूद काम पूरा कराने में सफल नहीं हुई पा रही है। कंपनी को चेतावनी नोटिस जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही झांसी रानी पार्क और अम्बा विहार के पार्क के सौन्दर्यकरण के लिए ठेके लेने वाले ठेकेदारों ने भी तीन साल बीतने पर भी काम पूरा नहीं किया है और बीच में ही भाग गये। अब इन ठेकेदारों को पालिका प्रशासन के अफसरों ने ब्लेकलिस्ट करने की चेतावनी देते हुए नोटिस जारी कर दिये हैं।

बता दें कि नगरपालिका परिषद् के पूर्व बोर्ड में चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने अमृत मिशन के अन्तर्गत प्राप्त धनराशि से शहर के पार्कों का कायाकल्प करने की योजना बनाई थी। इसमें गांधी कालौनी के पार्क का सौन्दर्यकरण कराया गया तो वहीं कम्पनी बाग, झांसी रानी पार्क और अम्बा विहार पार्क को भी शामिल किया गया था। कम्पनी बाग में म्युजिकल फाउंटेन, चिल्ड्रन पार्क में झूले और ओपन जिम की स्थापना के लिए मशीनों को लगाने तथा उनका रख रखाव का कार्य किया जाना था और भी निर्माण कार्य इसमें शामिल किये गये थे। इसके लिए पालिका प्रशासन के द्वारा 28 फरवरी 2019 को कम्पनी बाग के सौन्दर्यकरण कार्य के लिए टैण्डर आमंत्रित किये गये थे। इसके बाद मैसर्स कलर डिजाईन इंडिया द्वारिका नई दिल्ली को कार्य स्वीकृत किया गया और पालिका ने 08 मार्च 2019 को कार्यादेश कंपनी को जारी कर दिया। कंपनी के प्रोपराईटर बहादुर सिंह मेहरा ने ठेका मिलने के बाद कार्य प्रारम्भ भी करा दिया था। पालिका के अधिशासी अधिकारी हेमराज सिंह ने इस मामले में कंपनी पर कार्य अधूरा छोड़ने का आरोप लगाया है। उन्होंने कंपनी के प्रोपराइटर को अब अंतिम नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि शासन के द्वारा लगातार अमृत मिशन के इस कार्य की प्रगति रिपोर्ट मांगी जारी है, जिसमें कंपनी द्वारा कार्य पूर्ण नहीं करने के कारण प्रगति शून्य दर्शानी पड़ रही है। ईओ ने कंपनी को प्रत्येक दशा में तत्काल कार्य शुरू करने के निर्देश देते हुए चेतावनी दी है कि ऐसा नहीं करने पर अनुबंध रद्द करते हुए जमानत राशि को जब्त करने के साथ ही रिपोर्ट शासन को भेज दी जायेगी।

वहीं अमृत मिशन योजना के अन्तर्गत ही पालिका बोर्ड द्वारा 28 दिसम्बर 2019 में अम्बा विहार स्थित पार्क का सौन्दर्यकरण कार्य कराये जाने के लिए ठेका छोड़ा गया था। इसमें मैसर्स राठी एटरप्राइजेज ग्राम टीकरी तहसील बडौत जिला बागत के नाम ठेका हुआ। कम्पनी के प्रोपराइटर कृष्णपाल सिंह पुत्र सुखवीर सिंह के नाम 20 मार्च 2020 को पालिका ने कार्यादेश जारी कर कार्य प्रारम्भ कराया था। लेकिन तीन साल बाद भी कम्पनी ने कार्य पूर्ण नहीं किया है और पालिका से लापता है। ईओ ने कम्पनी को भी अंतिम नोटिस जारी किया है। इसी प्रकार झांसी रानी पार्क का सौन्दर्यकरण कार्य भी आज तक अधूरा रहने पर पालिका प्रशासन ने कम्पनी को नोटिस जारी किया है। ईओ ने बताया कि झांसी रानी पार्क के कार्य का ठेका भी मैसर्स राठी एटरप्राइजेज के नाम है। कंपनी ने कुछ कार्य किया और इसके बाद कार्य अधूरा छोड़ दिया गया। बार बार मौखिक और लिखित आदेश के बाद भी कंपनी के द्वारा कोई रूचि नहीं ली जा रही है। ऐसे में मैसर्स राठी एन्टरप्रइाजेज को कार्य प्रारम्भ नहीं करने पर ब्लेकलिस्ट कर जमानत राशि जब्त करने की चेतावनी नोटिस में दी गयी है।

म्यूजिकल फाउंटेन बंद, झूले टूटे, ओपन जिम भी है बदहाल

मुजफ्फरनगर। कम्पनी बाग शहर के लोगों के सैर सपाटे और स्वास्थ्य के प्रति मोर्निंग वाॅक का एक बड़ा प्रमुख स्थान बना हुआ है। यहां पर सुबह शाम सैंकड़ों लोग और बच्चे तथा महिलाएं सेहत को संवारने और खेलकूद के लिए आते हैं। पूर्व बोर्ड में यहां पर सेहत के लिए व्यायाम के सुन्दर और व्यवस्थित साधन उपलब्ध कराने के लिए ओपन जिम की स्थापना कराने के साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए चिल्ड्रन पार्क में झूले और खेलकूद के साधन तथा सैर सपाटे के माहौल को सुन्दर बनाने के लिए यहां बने अंग्रेजी काल के फव्वारे को म्युजिकल फाउंटने में बदलने का कार्य प्रमुख रूप से होना था। इसके लिए कम्पनी से हुए पालिका के अनुबंध में साफ था कि पूरा रखरखाव किया जायेगा। ईओ हेमराज सिंह के अनुसार यह कार्य कम्पनी को 90 दिन में पूरा करना था। लेकिन 1500 से ज्यादा दिन ;चार साल दो माहद्ध बीत जाने के बाद भी कंपनी ने कार्य पूर्ण नहीं किया है। ईओ का कहना है कि कम्पनी के साथ हुए करार में यह शर्त भी शामिल थी कि कम्पनी ओपन जिम में लगी मशीनों और झूलों के साथ ही म्यूजिलकल फाउंटेन के साथ किये गये कार्यों का पांच साल तक रखरखाव करेगी, लेकिन कंपनी के भाग जाने के कारण झूले, फाउंटेन और ओपन जिम सभी कुछ बदहाल है। कुछ स्थानों पर झूले टूट चुके हैं। म्युजिकल फाउंटेन बंद पड़ा है। अब तो कंपनी के लोगों ने पालिका के अफसरों से बात करना भी बंद कर दिया है। फोन तक भी नहीं उठाया जा रहा है। लोग लगातार शिकायत कर रहे हैं।

गौरव स्वरूप ने निरीक्षण के दौरान देखी थी कम्पनी बाग की बदहाली

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में चेयरमैनी जीतने के बाद भाजपा नेता गौरव स्वरूप ने कम्पनी बाग में मोर्निंग वाॅकर्स के बीच पहुंचकर वहां की समस्याओं को समझने का प्रयास किया था। ऐसे में उनको जानकारी मिली कि कम्पनी के द्वारा कार्य पूर्ण नहीं कराया गया है। उन्होंने म्युजिकल फाउंटेन बंद होने की स्थिति पर भी नाराजगी जताई और अन्य अव्यवस्थाओं को दूर करने के निर्देश पालिका अफसरों को देते हुए जल्द व्यवस्था बनाने का भरोसा जगाया था। इसके बाद पालिका प्रशासन सोई स्थिति से जागा है और अब अधूरे पड़े पार्कों के कार्यों की याद पालिका प्रशासन को आई है। अब देखना यह होगा कि इन नोटिसों का क्या कोई असर भी हो पाता है, या केवल कागजी खानापूरी की गयी है। क्योंकि इससे पहले भी कई कई बार नोटिस इन ठेकेदारों को दिये जा चुके हैं।

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