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गजबः महिला से रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़े गये दरोगा जी

हिस्ट्रीशीटर से मिलीभगत कर पुलिस कर रही थी मुकदमाबाजी का खेल, महिला की शिकायत पर एंटी करप्शन ने की गिरफ्तार

गजबः महिला से रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़े गये दरोगा जी
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मुज़फ्फरनगर। योगीराज में कहने को कानून का राज है, लेकिन शाहपुर कस्बे में आज भी एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश के आगे कानून नामस्तक नजर आता है। इस बदमाश से एक दो लोग नहीं, पुरा मौहल्ला ही परेशान है। आये दिन लोगों पर झूठे मुकदमे कर उनको जेल का डर दिखाते हुए यह बदमाश उनसे अच्छी खासी रकम ऐंठने का काम करता था और उसके इस अवैध धंधे में पुलिस भी बराबर की हिस्सेदारी करती रहती थी। यही कारण है कि लोगों की कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। बदमाश और पुलिस के दो तरफा खेल में लुट रहे लोगों में एक महिला ने हिम्मत दिखाई और महिला की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा जी को महिला से रिश्वत की रकम का पैसा लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। दरोगा जी की गिरफ्तार से पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। पुलिस गिरफ्तार एसआई को सिविल लाइन थाने लेकर आ गई थी और पीड़ित महिला की ओर से तहरीर लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। सहरनपुर की एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार को शाहपुर कस्बा पुलिस चैकी के इंचार्ज एसआई रविन्द्र कुमार को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार कर हलचल मचा दी। सूत्रों के अनुसार शाहपुर कस्बा के मौहल्ला नूरबाफान निवासी मुशर्रत उर्फ भूरी पत्नी इस्लाम का मौहल्ला मंगलापुरी मंडी निवासी कृष्णपाल के साथ विवाद चल रहा था। आरोप है कि इसी मामले में कार्यवाही शिथिल करने के नाम पर कस्बा चैकी इंचार्ज एसआई रविन्द्र कुमार ने महिला भूरी से रिश्वत में पचास हजार रुपये की मांग की थी। आरोप है कि कुछ पैसे भूरी ने उनको दे भी दिये थे, लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस कृष्णपाल से मिलकर लगातार परेशान करते हुए रिश्वत में रकम मांग रही थी और नहीं देने पर उसके पति इस्लाम को जेल भेजने की धमकी दी जा रही थी। भूरी ने मीडिया कर्मियों को दी गई जानकारी में बताया कि मंगलापुरी मंडी निवासी कृष्णपाल हिस्ट्रीशीटर बदमाश है और आये दिन लोगों को परेशान करता रहता है। वो लोगों के खिलाफ लगातार झुठे मुकदमे दर्ज कर उसको डरा धमकाकर उत्पीड़न करता है। भूरी ने बताया कि उसके द्वारा करीब दो साल पहले उन पर मुकदमा दर्ज कराया था, इसमें पुलिस ने उसके पति और उसके साथ ही अन्य परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी मुकदमे में फैसले और कार्यवाही नहीं करने के नाम पर पुलिस भूरी से रिश्वत मांग रही थी। भूरी ने बताया कि अन्य लोगो पर भी कृष्णपाल ने इसी तरह से मुकदमा दर्ज कराकर पुलिस के साथ उनका उत्पीड़न कर रहा है। इसी से परेशान भूरी ने एंटी करप्शन में शिकायत दर्ज कराई थी। टीम ने जांच की तो शिकायत सही पाये जाने के बाद शाहपुर कस्बा चैकी इंचार्ज को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। इसके अनुसार शुक्रवार को भूरी अपने पति के साथ चैकी पहुंची और इंचार्ज रविन्द्र कुमार से मिली तथा उनको रिश्वत में 39 हजार रुपये दिए। दरोगा जी ने पैसे पकड़े तो उसी दौरान एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों ने उनको रंगे हाथ दबोच लिया। दरोगा जी के रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने की खबर से हड़कम्प मच गया।

सीओ बुढ़ाना गजेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि वो मीटिंग में मुख्यालय आये हुए हैं, उनको चैकी इंचार्ज के रिश्वत लेते हुए पकडे़ जाने की जानकारी नहीं है। वहीं थानाध्यक्ष शाहपुर से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि एंटी करप्शन टीम ने उनको कुछ नहीं बताया है, वो दरोगा को पकड़कर सिविल लाइन थाने ले गई हैं। पीड़ित ने कभी उनसे मिलकर कोई शिकायत नहीं की थी। वहीं सिविल लाइन थाने लाकर एंटी करप्शन टीम ने आरोपी दरोगा से पूछताछ की और पीड़ित महिला की शिकायत पर लिखा पढ़ी करने के बाद दरोगा जी को टीम अपने साथ ले गई थी। महिला ने इस प्रकरण में एसएसपी से आरोपी कृष्णपाल के खिलाफ भी जांच कराकर कार्यवाही करने की मांग की है। आरोप है कि कृष्णपाल पुलिस की शह पर ही क्षेत्र में निर्दोष लोगों को फंसाकर उनका आर्थिक और मानसिक शोषण कर रहा है।

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