बर्थ डे स्पेशल-कर्मयोगी पिता के सपने साकार कर रहे उद्यमी सतीश गोयल
मुजफ्फरनगर जनपद के उद्यमी एवं समाजसेवी सतीश चन्द्र गोयल ने एम.जी. पब्लिक स्कूल प्रांगण में आज अपना 68वां जन्म दिवस सादे समारोह के बीच मनाया।
मुजफ्फरनगर। उत्तराखंड की देवभूमि से ताल्लुक रखने वाले जनपद मुजफ्फरनगर के प्रमुख उद्योगपति एवं समाजसेवी सतीश चन्द्र गोयल ने अपना 68वां जन्मदिवस अपने परिवार और साथी-संगियों के साथ मनाया। जीवन के इस एक ओर नये पड़ाव की शुरूआत के लिए उन्होंने अपने 'कर्मयोगी' पिता स्व. बाबू हरबंश लाल गोयल की दरिद्र नारायण की सेवा करने की आदर्श को आगे बढ़ाने के मजबूत संकल्प के साथ उसी स्थान पर की, जिसको उनके पिता ने मुजफ्फरनगर में एक अच्छी शिक्षा पद्धति की आशा के साथ एम.जी. पब्लिक स्कूल के रूप में परवान चढ़ाने का काम किया। यहां पर अपने पिता के 'प्रेरणा स्थल' पर उनको नमन करते हुए उन्होंने अपने जन्म दिन का जश्न मनाया। स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाओं और अन्य स्टाफ के साथ ही उनके परिजनों, इष्ट मित्रों और साथी संगियों ने भी उनके दीर्घायु होने की कामना की।
आज सरकूलर रोड स्थित एम.जी. पब्लिक स्कूल में आयोजित हुए एक सादे समारोह के बीच एम.जी. पब्लिक स्कूल और एम.जी. वल्र्ड विजन स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमैन, टिहरी गु्रप आॅफ कम्पनीज के मालिक और जनपद के प्रमुख समाजसेवी सतीश चन्द्र गोयल का जन्म दिवस पारिवारिक माहौल में मनाया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जनपद में जाने माने उद्यमियों, व्यापारियों, शिक्षा विदों और एम.जी. पब्लिक स्कूल तथा एम.जी. वल्र्ड विजन स्कूल के शिक्षक, शिक्षिकाओं ने शामिल होकर सतीश चन्द्र गोयल को बधाई पेश की। इस अवसर पर एम.जी. पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर जी.बी. पाण्डेय, प्रिंसीपल मोनिका गर्ग, एम.जी. वल्र्ड विजन स्कूल की प्रिंसीपल डाॅ. मृणालिनी अनन्त के साथ ही स्कूल के चारों विंग के कोर्डिनेटर ने चेयरमेन सतीश चन्द्र गोयल को विद्यालय प्रांगण में सपरिवार पधारने पर बुके भेंट कर उनको 68वें जन्मदिवस की बधाई दी। कार्यक्रम में सभी ने मिलकर उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु होने की कामना की।
इससे पूर्व विद्यालय प्रांगण में आने पर वह सबसे पहले अपने पिता स्व. हरबंस लाल गोयल के 'प्रेरणा स्थल' पर पहुंचे और उनको पुष्प अर्पित करते हुए उनका आशीर्वाद लिया। चेयरमैन सतीश चन्द्र गोयल ने अपने जीवन में अपने पिता की भांति ही समाजसेवा को आदर्श बनाया। अपने पिता के दरिद्र नारायण और जरूरतमंद लोगों की मदद करने के आदर्शों को सतीश चन्द्र गोयल ने हमेशा ही जीवन में आगे रखा और पिता की नसीहत को जीवन का मूलमंत्र मानते हुए वह कर्म किये जा रहे हैं।
पिता के मार्गदर्शन का नतीजा रहा कि वह अपने पुत्र वैभव गोयल उर्फ मोनू के साथ मिलकर एम.जी. परिवार को आगे बढ़ाने में सफल हो रहे हैं। एम.जी. पब्लिक स्कूल की सिस्टर कन्र्सन शिक्षण संस्था एम.जी. वल्र्ड विजन स्कूल आज किसी पहचान का मोहताज नहीं रहा है। प्राइमरी विंग के रूप में शुरू हुआ यह इंटरनैशनल मानकों वाला विद्यालय आज कक्षा 12 तक विस्तारित किया जा चुका है।
सतीश चन्द्र गोयल ने अपने जीवन में अनुशासन को सर्वाेपरि रखा है, वह समय के पाबंद हैं और सकारात्मक सोच के साथ जीवन मेें आई हर विपदा को दृढ़ता से दूर करते हुए आगे बढ़ते रहे हैं। सतीश चन्द्र गोयल को अपना जन्म दिन सेलिब्रेट करना पूर्व में अच्छा नहीं लगता था, वह इसी मनाते नहीं थे, इसके बजाये वह गरीबों, जरूरत मंदों और बेसहारा लोगों की मदद करने के लिए अग्रणी भूमिका में नजर आते रहे हैं, लेकिन स्कूल के सचिव स्व. सुरेन्द्र कुमार सिन्धी ने उनको अपने लिए भी समय देने को प्रेरित किया और इसके बाद पिछले कुछ वर्षों से ही सतीश गोयल अपना बर्थ डे सेलिबे्रट करने लगे।
परिश्रमी व्यक्तित्व के धनी सतीश गोयल ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर सभी को ईमानदारी, परिश्रम और अनुशासन का गुरूमंत्र देते हुए कहा कि हमें सामाजिक सरोकार से भी अपना नाता जोड़ना चाहिए। समाज के जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हम जो भी कुछ कर सकते हैं, करने के लिए आगे आये। इसके लिए दूसरों को प्रेरित करें। उन्होंने सभी का आभार जताया और बाबू हरबंस लाल गोयल के समाज सेवा के लिए समर्पित हर प्रयास को पूर्ण करने का संकल्प लेते हुए कहा कि बाबू जी ने हमें समाज के प्रति समर्पण के जो भी रास्ते दिखाये हैं, हम निरंतर उन पर चलने का प्रयास कर रहे हैं। सेवा ही सच्चा सुख है।
कोरोना महामारी में जब सतीश गोयल ने निभाई बड़ी भूमिका
वैश्विक संकट के रूप में आई कोरोना महामारी के दौरान जब भारत देश में भी इस खतरनाक वायरस के खिलाफ सरकार ने संसाधनविहीन व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कदम आगे बढ़ाये तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार के हाथों को मजबूत करने के लिए उद्यमी सतीश चन्द्र गोयल ने भी बड़ी भूमिका अदा की। उस दौरान जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से कोरोना की लड़ाई में आर्थिक सहयोग की अपील की तो मुजफ्फरनगर जनपद के उद्यमी एवं टिहरी ग्रुप के डायरेक्टर सतीश गोयल ने आगे आकर दान का बड़ा संदेश देने का काम किया। उनके द्वारा 20 अपै्रल 2020 को टिहरी ग्रुप की तरफ से 2.51 लाख रुपये का चेक पीएम केयर फंड में दिया गया था। वहीं एमजी पब्लिक स्कूल की तरफ से भी उनके द्वारा 2.51 लाख रुपये का चेक पीएम केयर फंड में दिए गए। सतीश चन्द्र गोयल द्वारा ये दोनों चेक केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान और राज्य सरकार के मंत्री स्वतंत्र प्रभारी कपिल देव अग्रवाल को सौंपे गए। इस दौरान उनके पुत्र वैभव गोयल, जीबी पांडेय और प्रिंसीपल मोनिका गर्ग भी देश के लिए दिये गये इस दान के साक्षी बने थे।
कोरोना से लड़े और दृढ़ इच्छाशक्ति से हराकर लौटे
मुजफ्फरनगर में अपने मृद व्यवहार से पहचाने जाने वाले उद्यमी सतीश चन्द्र गोयल को भी कोरोना महामारी के दौरान संकट के दौर का सामना करना पड़ा। वह इस महामारी में लोगों की सेवा के लिए जुटे रहे। इसी बीच उनको भी कोरोना वायरस संक्रमण ने घेर लिया। जब उनकी कोरोना रिपोर्ट पाजीटिव आई तो परिजनों को भी चिंता सताने लगे। उपचार के लिए उनको नोएडा के एक निजी हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वहां पर कई दिनों तक वह कोरोना वायरस संक्रमण से जूझते रहे और अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति से उन्होंने इस संकट की चुनौती को दूर करते हुए कोरोना को हराया तथा स्वस्थ होकर घर लौटे। लौटने के बाद वह फिर से समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हो गये।
अभिभावकों को दी राहत, एक महीने की स्कूल फीस माफ
सतीश चन्द्र गोयल ने कोरोना काल में लाॅक डाउन के कारण उपजे हालातों को देखते हुए अपने स्कूलों एम.जी. वल्र्ड विजन स्कूल और एम.जी. पब्लिक स्कूल में अध्ययनरत बच्चों के अभिभावकों को बड़ी राहत प्रदान की। उन्होंने 15 अगस्त 2020 के समारोह के दौरान एक महीने की फीस माफी का ऐलान किया था। एम.जी. पब्लिक स्कूल में 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। इसी बीच चेयरमैन सतीश गोयल ने लाॅक डाउन के तीन महीनों अपै्रल, मई और जून में से एक महीने की फीस माफ करने का ऐलान किया। इस फैसले के लिए उन्होंने कहा था कि लाॅक डाउन के संकट में कारोबार और नौकरी पेशा लोगों को आर्थिक क्षति हुई, ऐसे में विद्यालय परिवार भी उनके साथ खड़ा है और छात्र-छात्राओं को एक महीने की फीस छूट प्रदान की गयी। उनके द्वारा दिया गया यह लाभ कुल स्कूल फीस का 8.33 प्रतिशत बैठता है। इसके साथ ही उनके द्वारा वार्षिक स्कूल फीस बढ़ोत्तरी को भी लागू नहीं करने का फैसला किया गया। सरकार द्वारा भी 12 प्रतिशत फीस माफी का ऐलान किया गया था, इस प्रकार मौजूदा शैक्षिक वर्ष में एमजी पब्लिक स्कूल के छात्र छात्राओं को 20.33 प्रतिशत फीस माफी का लाभ दिया गया। सतीश चन्द्र गोयल के इस फैसले के तहत वार्षिक गणना के अनुसार एमजी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी साल के 365 दिन में करीब 75 दिन की फीस माफी का लाभ उठा पाये, जो एक बहुत बड़ी राहत रही।
शुक्रताल में फिर शुरू कराई भोजन व्यवस्था
सतीश चन्द्र गोयल द्वारा समाजसेवा के क्षेत्र में हमेशा से ही अग्रणी भूमिका निभाई जाती रही है। उनके द्वारा जनपद की पौराणिक और तीर्थ नगरी शुक्रताल में अपना घर जैसा आश्रम चलाने में निरंतर सहयोग प्रदान किया जाता रहा है। इसके अलावा वहां पर श्मशान घाट का निर्माण कराने तथा अन्य धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में लगातार आगे खड़े नजर आते हैं। उनके द्वारा शुक्रताल में साधु संतों तथा धर्म प्रेमी बंधुओं के लिए आश्रम में निरंतर भोजन व्यवस्था चलवाई जाती है। कोरोना काल के दौरान मार्च से ही यह व्यवस्था बन्द चल रही थी। कोरोना का संकट दूर होने लगा तो गत दिसम्बर माह में शुक्रताल पहुंचकर सतीश चन्द्र गोयल द्वारा वहां पर भोजन व्यवस्था को पुनः प्रारम्भ करवाया गया। इसके लिए संत समाज और लोगों ने उनको भरपूर साधुवाद दिया।
गरीबों के लिए रोटी बैंक और बेटियों को एफडी
मुजफ्फरनगर के उद्योग जगत में सतीश चन्द्र गोयल ने अपने परिश्रम से एक अलग पहचान बनाई, इसके साथ ही उनके समाजसेवा के प्रति योगदान को इसी से समझा जा सकता है कि जहां उनके द्वारा अपने पिता की पुण्यतिथि पर गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए रोटी बैंक सेवा शुरू की तो वहीं बेटियों को स्वावलंबी और शिक्षित बनाने के लिए एफडी योजना चला रहे हैं। उनके रोटी बैंक सेवा में एक गाड़ी प्रतिदिन साधन सम्पन्न लोगों तक पहुंचती है, जो घरों से पका-पकाया भोजन एकत्र करते हुए जनपद में अलग अगल स्थानों पर जाकर जरूरतमंदों और गरीबों तक पहुंचाने का काम करती है। इसी प्रकार एम.जी. पब्लिक स्कूल में मेधावी छात्राओं के लिए उनके द्वारा एफडी योजना चलाई जाती है। जिससे इन बेटियों को एक समय पर आर्थिक मदद मिल रही है।