मंत्री कपिल देव को बताई ईंट भट्टा कारोबारियों ने अपनी पीड़ा
कहा-राज्य सरकार एनजीटी में भट्टा व्यवसाय के पक्ष में रखे मजबूत दलील, कारोबार से हटे संकट
मुजफ्फरनगर। आज ईंट भट्टा कारोबारियों ने राज्य सरकार के मंत्री स्वतंत्रत प्रभारी कपिल देव अग्रवाल से उनके आवास पर जाकर भेंट करते हुए रोजागर को लेकर बन रहे संकट को उनके सामने रखते हुए यह आग्रह किया है कि एनजीटी में हो रही शिकायतों को लेकर राज्य सरकार भट्टा व्यवसायी की ओर से मजबूत पक्ष रखे और इस संकट से कारोबार को उबारने का काम किया जाये।
शुक्रवार को सवेरे एनसीआर क्षेत्र से भट्टा कारोबार से जुड़े लोग मुजफ्फरनगर पहुंचे और यहां ईंट भट्टा एसोसिएशन के पदाधिकारियों को साथ लेकर सभी राज्य सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल के गांधीनगर स्थित आवास पर पहुंचे। इन भट्टा कारोबारियों ने व्यवसाय को लेकर बनी चुनौती के संबंध में एक ज्ञापन मंत्री कपिल देव को सौंपा। इसमें उन्होंने मंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि हम अपनी पीड़ा को आपके माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि एनजीटी ने एक शिकायत के तहत दर्ज वाद में 15 नवम्बर 2019 के अपने अंतरिम आदेश में भट्टों के बंदी आदेश जारी किये हुए हैं। सरकार ने कोरोना लाॅक डाउन में सरकार ने श्रमिकों का पलायन रोकने के लिए भट्टों को चलवाकर सराहनीय कार्य किया। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुखद विषय है कि जब केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा भट्टों के संचालन हेतु स्पष्ट गाइडलाइन है तो हम लोगों को एनजीटी कोर्ट में क्यों घसीटा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारा सवाल यह है कि जब प्रदूषण नियंत्रण हेतु केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, संबंधित प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और ईपीसीए की गाइडलाइनों का अक्षर से पालन हो रहा है तो इन बेवजह शिकायत से निपटने हेतु सरकार हमारी मदद करें। चीनी उद्योग और भट्टा उद्योग प्रदेश की रीड हैं इन उद्योगों के सफल का सारा श्रेय मुख्यमंत्री को जाता है। भट्टा स्वामी ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि मौजूदा संकट से हमें निकालने में सरकार की और से एनजीटी कोर्ट में मजबूत पक्ष रखते हुए मदद की जाये।
ज्ञापन देने वालो में प्रमोद बालियान, जियाउर्रहमान, आदेश त्यागी, बलराम तायल, आदि ईंट भट्ठा स्वामी मौजूद रहे।