चेयरमैन अंजू अग्रवाल ने ईओ के आदेश को किया सुपरसीड, सफाई कर्मचारी संघ का चुनाव कैंसिल
सफाई कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी के चुनाव को ईओ ने आज सुबह ही दी थी हरी झंडी, चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने आदेश किया निरस्त। अफसरों पर लगाये त्यौहारी सीजन में सफाई व्यवस्था ठप्प करने के लिए अविवेकपूर्ण निर्णय करने के आरोप। जताई कड़ी नाराजगी। 11 नवम्बर को सफाई कर्मचारी संघ के चुनाव के लिए तय हुई थी तिथि। अब त्यौहारों के बाद चुनाव की संभावना।

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में चुनावी बिगुल बजा, इसके लिए सफाई कर्मचारी तैयारियों में जुटे, खुशी भी मनाई गई, लेकिन चुनावी तिथि घोषित होने की यह खुशी ज्यादा देर नहीं टिक सकी। ईओ के आदेश पर चेयरपर्सन का आर्डर भारी पड़ गया। चेयरपर्सन ने अपने इस आर्डर में ईओ द्वारा घोषित की गयी चुनावी प्रक्रिया को अनाधिकृत बताते हुए निरस्त कर दिया है।
नगरपालिका परिषद् में सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और महामंत्री के पदों पर होने वाले चुनाव के लिए अधिशासी अधिकारी विनय कुमार मणि त्रिपाठी को पत्र लिखकर मांग की जा रही थी। ईओ विनय कुमार मणि ने बताया कि सफाई कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी के चुनाव लम्बित रहने के कारण चुनाव जल्द कराये जाने की मांग की गई थी। इस पर विभागीय स्तर पर विचार विमर्श के बाद चुनाव की तिथि तय कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि मौजूदा कार्यकारिणी का कार्यकाल 31 मार्च 2020 को समाप्त हो गया था, लेकिन कोविड 19 वायरस संक्रमण के बाद उपजे हालातों के कारण कार्यकारिणी का चुनाव नहीं कराया जा सका। अब सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और महामंत्री पदों के लिए 11 नवम्बर को मतदान कराया जायेगा। इसके लिए प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है। सफाई कर्मचारियों के इस चुनाव के लिए कर निर्धारण अधिकारी अरूण कुमार को चुनाव अधिकारी नामित किया गया है। 11 नवम्बर को प्रातः मतदान और इसके पश्चात मतगणना के उपरांत चुनाव परिणामों की घोषणा की जायेगी। इसके साथ ही सफाई कर्मचारी नेताओं ने चुनाव की तैयारी भी प्रारम्भ कर दी।
ईओ के आदेश को सुपरसीड करते हुए कुछ ही घंटों के उपरांत चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने नया आदेश जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि वर्तमान में त्यौहारों का सीजन शुरू हो चुका है और ऐसे में सफाई कर्मचारी संघ कार्यकारिणी के चुनाव कराये जाने की तिथि की घोषणा करते हुए ईओ व कर अधिकारी ने शहर की सफाई व्यवस्था को ठप्प करने के लिए अधिकार ना होते हुए भी अविवेकपूर्ण निर्णय लेकर सफाई व्यवस्था को संकट में डालने का काम किया हैै। चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने अपने आदेश में ईओ विजय त्रिपाठी की चुनाव प्रक्रिण की घोषणा को अनुचित बताते हुए आरोप लगाये हैं कि ईओ और कर अधिकारी अरूण कुमार सफाई कर्मचारियों की राजनीति में संलिप्त हैं। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जतायी कि पालिका की आय बढ़ाने और राजस्व वसूलने संबंधी विभागीय कार्य करने पर इन अफसरों ने कोई कार्यवाही नहीं की है, अभी तक जलकर और गृहकर के बिलों को नहीं भेजा जा रहा है, जबकि पालिका में राजनीति को हवा दे रहे हैं। उन्होंने ईओ विनय त्रिपाठी के आदेशों को सुपरसीड करते हुए घोषित चुनाव तिथि और प्रक्रिया को निरस्त कर दिया है। इससे पालिका में एक बार फिर से हड़कम्प की स्थिति बन गयी है और पालिका में चल रही खींचतान एक बार फिर से कोरोना बम की तरह सार्वजनिक होती नजर आयी।
वर्तमान में सफाई कर्मचारी संघ पर विधायक प्रमोद उटवाल गुट का कब्जा है। उनके भाई राजेश उटवाल अध्यक्ष और राजू वैद महामंत्री हैं। सफाई कर्मचारी संघ के संरक्षक मदनलाल ने बताया कि वर्तमान में सफाई कर्मचारी संघ के लिए वोटिंग करने वाले पालिका में करीब 450 कर्मचारी है। उन्होंने बताया कि इस चुनाव में केवल पालिका के नियमित कर्मचारी ही वोट डालने का अधिकार रखते हैं। संविदा या आउटसोर्सिंग पर रखे गये सफाई कर्मचारी वोट नहीं डालते हैं।