कूड़ा वाहन प्रकरण में चेयरपर्सन मीनाक्षी सख्त
पालिका अफसरों की लीपापोती पर जताई कड़ी नाराजगी, कार्यवाही न होने पर डाॅ. अतुल से मांगा स्पष्टीकरण, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का ठेका समाप्त होने के बावजूद भी ठेकेदार ने कब्जा रखे हैं वाहन, संविदा कर्मी के कब्जे में पाये गये तीन वाहन
मुजफ्फरनगर। शहरी क्षेत्र में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का ठेका समाप्त होने के बावजूद भी ठेकेदार के द्वारा पालिका को दस कूड़ा वाहन हैंड ओवर नहीं करने तथा ठेकेदार की शह पर ही पालिका के तीन कूड़ा वाहनों को एक संविदा कर्मी द्वारा अवैध रूप से अपने कब्जे में रखकर खुर्दबुर्द करने के आरोपों के मामले में कार्यवाही करने के निर्देशों की पालिका अफसर लगातार अवहेलना कर रहे हैं। इस गंभीर प्रकरण में लीपापोती करने को लेकर पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने पालिका के ईओ और नगर स्वास्थ्य अधिकारी के कार्य व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जताते हुए संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही नहीं करने और पालिका के वाहन हैंड ओवर नहीं कराने के लग रहे आरोपों में अब नगर स्वास्थ्य अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया है।
बता दें कि करीब तीन साल पहले पालिका के द्वारा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए शहर के दस वार्डों में ठेका दिया गया था। ठेका राजेश कुमार को मिला। इसमें वार्डों में कूड़ा कलेक्शन के लिए गीला और सूखा कूड़ा अलग अलग करने के लिए पालिका की ओर से खरीदे गये दस नये वाहन भी ठेकेदार का सुपुर्दगी में दिये गये थे। पिछले दिनों इनमें से तीन कूड़ा वाहन रामपुरी कब्रिस्तान के पास लावारिस अवस्था में मिले थे। ये वाहन पालिका के ही संविदा सफाई कर्मचारी सोनू वाल्मीकि के अवैध कब्जे में पाये हैं, जो खुद को पालिका का ठेकेदार भी बताता है। इनमें से एक वाहन के साइलेंसर, बैट्रा और पहिये तक गायब हैं। वाहनों में कूड़ा भरा हुआ है और वो जर्जर अवस्था में हैं। इसके बाद पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने मामले को गंभीरता से लेकर ईओ से रिपोर्ट तलब की और और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अतुल कुमार को जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे, लेकिन डाॅ. अतुल ने इस मामले में केवल ठेकेदार को नोटिस जारी कर पल्ला झाड़ लिया है। इसी को लेकर पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने कड़ी नाराजगी जताई है।
उन्होंने कहा कि कूड़ा वाहनों के रूप में पालिका की सम्पत्ति को क्षति पहुंचाने का मामला एक गंभीर प्रकरण है। शिकायत मिलने के बाद पहले ही दिन से हमने इस पर काम किया है और इसके लिए ईओ तथा नगर स्वास्थ्य अधिकारी से रिपोर्ट मांगते हुए कार्यवाही करने के लिए कहा गया था, लेकिन इतने गंभीर प्रकरण में भी पालिका के अधिकारी आदेशों की अवहेलना करते हुए लीपापोती में जुटे हुए हैं। इस प्रकरण में कार्यवाही करने के बजाये सम्बंधित ठेकेदार को नोटिस जारी कर केवल लीपापोती की गयी है, जबकि ठेका समाप्त होने के बाद अधिकारियों को पालिका के कूड़ा वाहन हैंड ओवर कराने चाहिए थे, वाहन हैंड ओवर क्यों नहीं हो पाये, इसके लिए हम अधिकारियों की जवाबदेही भी सुनिश्चित कर रहे हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी से स्पष्टीकरण लिया जा रहा है। इस प्रकरण में निश्चित ही पालिका सम्पत्ति को क्षति पहुंचाकर कथित रूप से भ्रष्टाचार करने वाले लोगों के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति के साथ गंभीर कार्यवाही करेंगे।
भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस नीति पर होगा कामः मीनाक्षी
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने कहा कि पद का दायित्व निभाने के दौरान हमने पहले ही दिन से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भ्रष्टाचार के प्रति अपनाई जा रही जीरो टोलरेंस नीति को पालिका की व्यवस्था में लागू करने का प्रयास किया है। इन्हीं प्रयासों के तहत हमने सबसे पहले पालिका के स्वास्थ्य विभाग के जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र पटल को व्यवस्थित करने का काम करते हुए लिपिक का तबादला किया और इसके बाद पालिका में भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी व्यवस्था बनाने के लिए 14 लिपिकों के तबादले किये गये हैं। जनसरोकारों के प्रति हम अपने दायित्वों का निर्वहन करने में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार या भ्रष्ट आचरण के लिए कोई भी समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पालिका की सम्पत्ति का संरक्षण और सुरक्षा करना भी हमारा पदीय दायित्व है और इसके लिए हमें कितने भी कड़े निर्णय लेने पड़े तो हम मिलकर लेंगे। शहर का विकास हमारी प्राथमिकता है तो भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था हमारा संकल्प है। इसमें हम जनसहयोग के साथ आगे बढ़ रहे हैं और मुझे खुशी है कि बिना भेदभाव के शहर के विकास की जिस नीति को लागू करते हुए पीएम मोदी और सीएम योगी के सबका साथ, सबका विकास और सभी का विश्वास की नीति के साथ फैसले लिये हैं, उसमें सम्पूर्ण पालिका बोर्ड का हमें सहयोग मिला है।