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मुजफ्फरनगर का बंद एटूजेड प्लांट शुरू, कूड़े की समस्या हल

दो साल पूर्व आर्थिक संकट के कारण बंद हो गया था सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट। एसडीएम अजय अम्बष्ट ने पालिका अफसरों के साथ किया प्लांट का निरीक्षण, कूड़ा निस्तारण कार्य हुआ प्रारम्भ

मुजफ्फरनगर का बंद एटूजेड प्लांट शुरू, कूड़े की समस्या हल
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मुजफ्फरनगर। करीब दो साल के बाद नगरीय क्षेत्र से निकल रहे कूड़े के निस्तारण की समस्या के समाधान का रास्ता साफ हो गया है। आज एसडीएम ने पालिका अफसरों के साथ जाकर बंद पड़े एटूजेड सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को पुनः शुरू करा दिया है। अब शहरी क्षेत्र के कूड़े की रिसाइक्लिंग का कार्य यहां पर शुरू कर दिया गया है।

बता दें कि शहर से सोलिड वेस्ट के निस्तारण के लिए नगरपालिका परिषद् द्वारा एटूजेड कंपनी के साथ मिलकर शहर के मौहल्ला किदवईनगर में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शुरू किया था। 2011 में इस प्लांट का शुभारम्भ किया गया था और कंपनी ने शहरी क्षेत्र से कूड़ा निस्तारण कराने का कार्य प्रारम्भ करते हुए प्लांट में सोलिड रिसाक्लिंग से जैविक खाद बनाना शुरू कर दिया था। शुरू से ही यह प्लांट आर्थिक संकटों से घिरा रहा और संकट गहराने पर एटूजेड कंपनी ने प्लांट चलाने से हाथ पीछे खींच लिया, जिसके चलते नवम्बर 2018 में तत्कालीन जिलाधिकारी राजीव शर्मा ने इस प्लांट को बन्द करा दिया था। प्लांट बन्द होने के बाद नगर पालिका परिषद् के समक्ष कूड़ा निस्तारण का बडा संकट खड़ा हो गया था।

वहीं करीब 84 बीघा भूमि पर बने इस प्लांट में भी कूड़े के पहाड़ लग जाने से वहां पर काम करना भी दूभर हो गया था। इसको लेकर पालिका प्रशासन ने पिछले दिनों प्लांट को पुनः शुरू कराने के प्रयास करते हुए पाकलेन मशीन से कूड़े पहाडों को चीरते हुए रास्ता बनाया था। यहां पर कूड़े के पहाड़ अभी भी बने हुए हैं। शहर में कूड़ा निस्तारण के लिए पालिका प्रशासन ने रोल्ज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को अधिकृत किया है। इसके लिए कंपनी ने पूर्व में काम भी शुरू कर दिया है। मंगलवार को निकाय प्रभारी एसडीएम मुख्यालय अजय कुमार अम्बष्ट ने पालिका के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. आरएस राठी व अन्य अधिकारियों के साथ किदवईनगर स्थित प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने आज से ही कंपनी के अधिकारियों को प्लांट शुरू कराने के निर्देश दिये हैं। डा. राठी ने बताया कि प्लांट शुरू कराया जा रहा है। अब शहर से कूड़ा निस्तारण की समस्या का समाधान हो जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन शहर से करीब 150 टन कूड़ा निकलता है, जिसका निस्तारण अब प्लांट पर जैविक खाद बनाने के लिए कराया जायेगा।

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