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अगेती प्रजाति 0238 के विकल्प पर हुई बैठक

मुजफ्फरनगर। आंदोलन जन कल्याण के संयोजक प्रमोद कुमार की इंडियन पोटाश लिमिटेड तितावी चीनी मिल के गन्ना विभाग के अधिकारियों के साथ मिल क्षेत्र में अगेती प्रजातियों की मौजूदा स्थिति पर बैठक हुई। आपको बता दें कि प्रमोद कुमार की उपरोक्त विषय पर मंसूरपुर, खतौली चीनी मिल क्षेत्र और डीसीओ के साथ हुई बैठक के बाद उनकी इसी क्रम में बैठक थी। गन्ना महाप्रबंधक धीरज सिंह ने कहा कि हमारे यहां अभी अगेती प्रजाति 0238 का 97ः रकबा है और लाल सड़न के रोग का प्रभाव काफी कम है। उनके अनुसार सोंहजनी जाटान में एक खेत में यह रोग पाया गया था। उन्होंने कहा कि हम लोग विकल्प के तौर पर 0118,15023 और 13235 अगेती प्रजातियों को रु 460 प्रति कुंटल में खरीद कर सरकारी रेट रु 370 में किसानों को दे रहे हैं। गन्ना महाप्रबंधक ने प्रजाति पंजाब 95 पर कहा कि यह रिजेक्टेड वैरायटी है इसको किसान ना बोएं। लाल सड़न की रोकथाम हेतु 10 किलो प्रति एकड़ ट्राइकोडर्मा और 5 किलो प्रति एकड़ ब्लैक गोल्ड भूमि का किसान भाई इस्तेमाल करें। प्रमोद कुमार ने अपने सावटू आवास पर किसानों से जब सीओ 0 118 प्रजाति के विषय में जानकारी हासिल की तो किसान परिचय कुमार ने बताया कि इस प्रजाति की उपज 0238 के बराबर है और इसका गन्ना रोग रहित तथा गिरता नहीं है।

बैठक में गन्ना महाप्रबंधक धीरज सिंह, चीफ मैनेजर केन धर्मवीर सिंह, डिप्टी केन मैनेजर संजीव चौधरी, डिप्टी कैन मैनेजर राहुल तोमर,अतिरिक्त केन मैनेजर नवीन पवार, सहायक गन्ना प्रबंधक संजय तोमर, सीनियर मैनेजर केन अरविंद कुमार,गेट इंचार्ज प्रताप कुमार, मुनेश बालियान आदि मौजूद रहे।

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