Muzaffarnagar-- इस बार जिले में नहीं आ रहे सीएम योगी, डिप्टी सीएम फाइनल
बड़े चेहरों के बिना खत्म हो सकता है प्रचार, भाजपा के खिलाफ गठबंधन का कोई बड़ा नाम प्रचार में अभी नहीं
मुजफ्फरनगर। साल 2017 के निकाय चुनाव में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां आकर भाजपा के चेयरमैन प्रत्याशियों को जिताने की जनता से अपील की थी। पांच साल के बाद भाजपा फिर सत्ता में दोबारा वापस लौटी है, निकाय चुनाव में यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने की उम्मीद जनता को थी, लेकिन प्रचार के लिए वो इस बार यहां नहीं आ रहे हैं। सहारनपुर और शामली जनपद में सीएम योगी की रैलियां हो चुकी हैं। उसी दिन यहां पर भी कार्यक्रम होना था, लेकिन संगठन की ओर से तैयारी पूरी नहीं होने का संदेश ऊपर पहुंचा और सीएम योगी की रैली का कार्यक्रम स्थगित कर दिया, उम्मीद थी कि अगली तारीख मिलेगी, लेकिन अब सीएम योगी का कार्यक्रम रद्द हो गया है। यहां पर चुनाव प्रचार के लिए डिप्टी सीएम का कार्यक्रम फाइनल हो चुका है, प्रत्याशी और गठबंधन उसके लिए तैयारी में हैं।
बता दें कि चुनाव प्रचार के लिए अब करीब चार दिन का समय शेष बचा है। दो मई की शाम को चुनाव प्रचार थमने के साथ ही वोटिंग की तैयारी शुरू कर दी जायेगी। ऐसे में अभी तक भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन की ओर से जिले में चुनाव प्रचार के लिए कोई भी बड़ा नेता या नाम सामने नहीं आया है। 24 अपै्रल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निकाय चुनाव में अपना प्रचार शुरू किया और सहारनपुर व शामली में पहुंचे थे।
मुजफ्फरनगर में आधी अधूरी तैयारी के कारण उनकी रैली नहीं हो पाई। अब उनके स्थान पर डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक यहां आ रहे हैं। जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला ने बताया कि भाजपा प्रत्याशियों के प्रचार के लिए डिप्टी सीएम श्री पाठक चुनाव प्रचार के अंतिम दिन दो मई को जिला मुख्यालय पर रैली को सम्बोधित करने आ रहे हैं। उनसे पहले मंत्री और पिछड़े वर्ग के नेता नरेन्द्र कश्यप तथा समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण का कार्यक्रम भी भाजपा प्रत्याशी मीनाक्षी स्वरूप के लिए जिला मुख्यालय पर तय हो चुका है। ऐसे में देखा जाये तो भाजपा इस चुनाव युवा, पिछड़े और दलितों को साधने के लिए सजातिय नेताओं को प्रचार में लाने का प्लान बना रही है। वहीं सपा रालोद गठबंधन की ओर से चुनाव प्रचार की कमान अभी तक स्थानीय नेताओं ने ही संभाली हुई है।
इस निकाय चुनाव में जिले की दस निकायों के लिए जयंत चौधरी, अखिलेश यादव और चन्द्रशेखर आजाद न तो अभी खुद आये और नही उनके आने का कोई संदेश ही अभी जनता तक पहुंचा है।आईएएस रमेश कुमार बने चुनाव प्रेक्षकः नगर निकाय चुनाव में पहले चरण के लिए 37 प्रेक्षक तैनात कर दिये गये हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने 29 अप्रैल तक जिलों में पहुंचकर इन सभी चुनाव प्रेक्षकों को रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। पहले चरण के 04 मई को होने वाले मतदान के दिन भ्रमण कर मतदान को शांतिपूर्ण, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने को कहा गया है। मुजफ्फरनगर में आईएएस रमेश कुमार सिंह को चुनाव प्रेक्षक बनाया गया है।