एमडीए के आठ अवर अभियंता को नई जिम्मेदारी
उपाध्यक्ष कविता मीणा के आदेश पर हुआ कार्यक्षेत्रों में फेरबदल, तबादले से विभाग में हलचल

जनपद शामली व मुजफ्फरनगर में छह विकास क्षेत्रों सहित शहरी क्षेत्र के पांच जोन में मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण ;एमडीएद्ध द्वारा आठ अवर अभियंताओं ;जेईद्ध के कार्यक्षेत्रों में फेरबदल किया है। जूनियर इंजीनियरों का कार्यक्षेत्र बदले जाने के कारण एमडीए में नई हलचल मची है। एमडीए में उपाध्यक्ष के पद पर आईएएस कविता मीणा की तैनाती होने के बाद से ही विभागीय कार्यप्रणाली में भी काफी बदलाव महसूस किया गया है। यही कारण है कि करीब तीन माह में ही दूसरी बार एमडीए के जूनियर इंजीनियरों के कार्यक्षेत्र को बदला गया है। विभागीय कामकाज को भी नये सिरे से जूनियर इंजीनियरों को दिया गया है। यह बदलाव कुछ क्षेत्रों में कार्यरत इंजीनियरों की कार्यप्रणाली को लेकर मिली शिकायतों के आधार पर किया गया है।
मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कविता मीणा के निर्देशन में विभागीय कामकाज और विकास क्षेत्रों में निर्माण कार्यों एवं भूखण्डों के सृजन आदि कार्यों के लिए प्रवर्तन, अभियंत्रण व नियोजन अनुभाग में विभागीय अवर अभियंताओं के बीच कार्य विभाजन नये सिरे से किया गया है। बता दें कि एमडीए के सचिव आदित्य प्रजापति ने विगत अगस्त माह में ही विभागीय अवर अभियंताओं के कार्यक्षेत्रों में बदलाव किया था। सूत्रों के अनुसार आईएएस द्वारा एमडीए में उपाध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण कर लिये जाने के बाद कुछ क्षेत्रों से मिल रही शिकायतों को देखते हुए अब करीब तीन माह के बाद ही एमडीए के अवर अभियंताओं के कार्यक्षेत्र नये सिरे से निर्धारित किये गये हैं। कार्य विभाजन के बाद अवर अभियंताओं को जनपद के एमडीए का लैण्ड बैंक तैयार करने और निर्माण कार्यों की डीपीआर बनाने के साथ ही अन्य प्रमुख जिम्मेदारी भी दी गयी हैं। एमडीए उपाध्यक्ष कविता मीणा के निर्देश पर विभागीय अवर अभियंता विनय गर्ग को जोन-1 यानि मेरठ रोड से मीनाक्षी चौक होते हुए जानसठ रोड व मेरठ रोड के मध्य का क्षेत्र दिया गया है। योगेश शर्मा को जोन-2 की जिम्मेदारी दी गई है, जो मीनाक्षी चौक से जानसठ रोड व मीनाक्षी चौक व शिव चौक होते हुए भोपा रोड व जानसठ के बीच का क्षेत्र है। राजीव त्यागी जोन-3, यानी शिव चौक से रुड़की रोड व भोपा रोड के बीच का क्षेत्र पहले की तरह ही देखेंगे। अवनीश गर्ग जोन-4 यानी शिव चौक से शामली रोड और रुड़की रोड के बीच का क्षेत्र दखेंगे। वहीं जेई हितेश गुप्ता जोन-5 यानी शिव चौक से शामली रोड और मेरठ रोड के बीच का क्षेत्र देखेंगे। इसके अलावा हितेश गुप्ता जेईटी संबंधित कार्य, राजीव त्यागी व योगेश शर्मा पीएमएवाई आवास योजना का कार्य भी साथ में देखेंगे। एमडीए उपाध्यक्ष ने जेई अमरीश कुमार को शामली, कैराना, कांधला विकास क्षेत्र के अभियंत्रण कार्य का दायित्व सौंपा है तो वहीं जेई जयकरण सिंह खतौली और शुकतीर्थ विकास क्षेत्र के अभियंत्रण कार्य संभालेंगे। अवर अभियंता राजीव कोहली को बुढ़ाना विकास क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है। एमडीए सचिव आदित्य प्रजापति ने बताया कि एमडीए के कार्य और विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली को बेहतर तथा जवाबदेह करने के लिए उपाध्यक्ष के आदेश पर अवर अभियंताओं के कार्यक्षेत्र में यह फेरबदल किया गया है। उन्होंने बताया कि अवर अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से नये आवंटित कार्यक्षेत्र में कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिये गये हैं।
नये साल पर एमडीए देगा ‘अपने घर’ का तोहफा
जनपद में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण अल्प आय वाले परिवारों को उनका अपना घर होने का सपना साकार करने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मेरठ रोड पर आवासीय परियोजना पूर्ण करने के बाद अब एमडीए ने भोपा रोड पर पीएम आवास परियोजना को पूर्ण कर आवास आवंटन की तैयारी कर ली है। एमडीए उपाध्यक्ष कविता मीणा ने बताया कि अल्प आय वर्ग के परिवारों के लिए केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना चलाई है। इसमें एमडीए के द्वारा लोक निर्माण विभाग की भोपा रोड पर नेशनल हाईवे पर पुलिस चोकी के पास नौ हजार स्क्वायर फुट भूमि पर 13 करोड़ रुपये की लागत से पीएम आवास परियोजना में 224 आवासों का आवासीय परिसर तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि कोई भी व्यक्ति बिना घर के न रहे। जिन लोगों के पास जमीन है उन्हें मकान बनाने का पैसा दिया जा रहा है और जिनके पास जमीन भी नहीं उन्हें आवास तैयार करके दिए जा रहे हैं। एक आवास पर चार लाख 50 हजार का खर्च आएगा। ढाई लाख पीएम आवास योजना में सरकार देगी। दो लाख रुपये लाभार्थी को देने होंगे। उपाध्यक्ष कविता मीणा ने बताया कि 224 आवासों के लिए करीब साढ़े चार सौ लोगों ने एमडीए में पंजीकरण कराया है। इनमें से 184 आवेदक ऐसे पाये गये, जिनके आवेदन में दस्तावेज पूर्ण नहीं है। उनकी जांच कराकर दस्तावेज पूर्ण कराये जा रहे हैं। जनवरी के अंत तक यह परियोजना पूर्ण कर ली जायेगी और इस समय तक जांच का कार्य भी पूर्ण हो जायेगा। ऐसे में आवेदन अधिक होने के कारण लाटरी सिस्टम से भोपा रोड परियोजना में लाभार्थियों को आवास आवंटन का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा।