अब शामली सीमा पर खड़दू तारेगी टिकैत की भाकियू
गन्ना बकाया भुगतान को चीनी मिलों के थानों और पुलिस चैकियों में पशुओं के साथ धरना देने का प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाने के बाद अब भारतीय किसान यूनियन ने भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर तेवर तल्ख किये हैं।
मुजफ्फरनगर। अभी हाल ही में प्रदेश सरकार पर गन्ना किसानों के खिलाफ गलत नीतियां अपनाने और बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान से पहले ब्याज दिलाने की मांग को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाते हुए पशुओं के साथ चीनी मिलों के थानों और पुलिस चैकियों का घेराव करने वाली भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने अब नया खड़दू जोड़ रक्खा है। हाईवे के निर्माण में किसानों की भूमि अधिग्रहीत करने में मुआवजा बाजारी भाव पर तय कराने की मांग को लेकर भाकियू ने शामली सीमा पर बड़ी पंचायत जोड़ने का ऐलान किया है।
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान ने बताया कि पानीपत-खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के लिए मुजफ्फरनगर और शामली के किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इसमें किसानों को जो मुआवजा राशि तय की जा रही है, वह बेहद कम है। किसानों को बाजारी भाव पर भूमि अधिग्रहण के लिए भूमि दिलाने की मांग को लेकर भाकियू के नेतृत्व में पिछले आठ दिनों से मुजफ्फरनगर और शामली की सीमा में नेशनल हाईवे पर किसान धरना दे रहे हैं। किसानों की पीड़ा को समझने के लिए शासन-प्रशासन तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि अब शामली की सीमा पर किसानों के इस धरना स्थल पर भाकियू की बड़ी पंचायत होगी। उन्होंने कहा कि इस पंचायत में मुख्य बिन्दू पानीपत खटीमा राजमार्ग भूमि अधिग्रहण का मुद्दा ही रहेगा। इसके साथ ही गन्ना मिलों के द्वारा दोनों जिलों में किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान, विद्युत विभाग द्वारा किये जा रहे किसानों के उत्पीड़न का मुद्दा भी उठाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस पंचायत में मुख्य रूप से भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चै. राकेश टिकैत के साथ दोनों जिलों के अध्यक्ष, संगठन के वरिष्ठ और जिला स्तर के पदाधिकारी उपस्थित होंगे। इसके साथ ही मुजफ्फरनगर और शामली से किसान भारी संख्या में शामिल होंगे।