पालिका की आय को लेकर अफसर लापरवाह, चेयरपर्सन हुई नाराज
नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर में आगामी वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पार्किंग और लाइसेंस शुल्क के ठेके छोड़ने के लिए कार्यवाही नहीं करने पर चेयरपर्सन ने खफा होकर ईओ को दो दिन का समय देते हुए तत्काल कार्य कराये जाने के दिये निर्देश।
मुजफ्फरनगर। कोरोना संकट काल में बीते पिछले वित्तीय वर्ष में आय के साधन घटने के साथ ही पालिका प्रशासन ने आगामी वित्तीय वर्ष में आय बढोतरी को लेकर नये प्लान किये हैं, लेकिन नये वित्तीय वर्ष के सिर पर आ जाने के बाद भी पालिका के नये ठेकों और लाइसेंस शुल्क वसूली के लिए कोई कार्यवाही न होती देखकर चेयरपर्सन ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंने पालिका के ईओ को दो दिनों का समय देते हुए ठेके छोड़े जाने की कार्यवाही पूर्ण करने और आउटसोर्सिंग पर कार्य कर रहे कर्मचारियों का अनुबंध भी तत्काल कराये जाने के निर्देश दिये है। इससे पालिका में हलचल शुरू हो चुकी है।
बता दें कि नगरपालिका परिषद् के शहर में चल रहे ठेकों और लाइसेंस शुल्क से बीत रहे वित्तीय वर्ष में कोरोना संकट के कारण कुछ खास आय नहीं हो पाई है। इसको देखते हुए चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने इसी वित्तीय वर्ष में पालिका के शहर में चलने वाले पार्किंग व अन्य ठेकों और लाइसेंस शुल्क वसूली की कार्यवाही किये जाने के लिए ईओ को निर्देशित किया गया था, लेकिन अभी तक पालिका स्तर पर इसको लेकर कोई भी तैयारी न होती देखकर चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने ईओ को पत्र लिखकर नारजागी जताई है। उन्होंने ईओ को निर्देशित किया है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिये होने वाले समस्त ठेको की नियमानुसार समस्त कार्यवाही इसी वित्तीय वर्ग में कराने के साथ प्राप्त राजस्व को पालिका कोष में जमा कराये जाने की कार्यवाही त्वरित स्तर पर की जाये।
चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने ईओ हेमराज सिंह के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पालिका की आय से जुड़े इस गंभीर मामले में कई बार मौखिक आदेश दिये गये, परन्तु अपेक्षाकृत कार्यवाही अमल में नहीं लायी गयी है। यह आचरण आदेशों की अवहेलना के साथ-साथ पालिका के आर्थिक हितों के विपरीत है। चेयरपर्सन ने पालिका की निष्प्रयोजित सम्पत्ति का भी नीलाम नहीं कराने पर ईओ के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि लाखों रुपये कीमत के निष्प्रयोजित सामान एवं उपकरणों की नियमानुसार विक्रय करते हुए तथा उनसे प्राप्त होने वाली आय को पालिका कोष में जमा कराये जाने के प्रस्ताव पारित होने के बाद गठित सामिति ने भी मूल्याकंन की कार्यवाही पूर्ण कर दी है। इसमें एटूजेड प्लांट पर खराब वाहन और पथ प्रकाश विभाग और जलकल विभाग का सामान शामिल है, लेकिन इसको नीलाम कराने की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। चेयरपर्सन ने कहा कि अफसरों की लापरवाही के कारण ही इस सम्पत्ति की लगातार चोरी हो रही है। इससे पालिका को राजस्व हानि भी उठानी पड़ रही है।
उन्होंने ईओ को कर विभाग के अन्तर्गत होने वाले पार्किंग ठेकों एवं लाइसेंस शुल्क के ठेकों की पत्रावलियों को पूर्ण कराकर उनके सामने प्रस्तुत नहीं करने पर भी गुस्सा जताते हुए कहा कि 01 अप्रैल 2021 नये ठेके संचालित होने है। जबकि बीत रहे वित्तीय वर्ष 2020-21 की अवधि हेतु छोड़े गये ठेकों की भी समस्त धनराशि पालिका कोष में जमा नहीं करायी गयी है। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2020-21 के अनुसार आउटसोर्सिंग के कर्मियों की पालिका में आवश्यकता को देखते हुए वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए ठेकों की कार्यवाही भी तत्काल पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये हैं। चेयरपर्सन ने ईओ की कार्यप्रणाली को आदेशों की अवहेलना वाली बताते हुए कहा कि पालिका की आय में इससे नुकसान हो रहा है। उन्होंने ईओ को आगामी दो दिनों में इन सभी प्रकरणों में कार्यवाही करते हुए पत्रावलियों को पूर्ण कराने के सख्त आदेश दिये हैं।
चेयरपर्सन के आदेशों को लेकर ईओ हेमराज सिंह ने बताया कि सभी प्रकरणों में संबंधित अधिकारियों और विभागाध्यक्षों को निर्देशित कर दिया गया है। राजस्व से जुड़े मामलों में कोई लापरवाही नहीं बरती जायेगी। ठेकों को भी समय से छोड़ने की कार्यवाही करायेंगे।