महिलाओं की सुरक्षा करने मैदान में आयेंगे शक्ति चैम्पियन
शुक्रवार को अंतराष्ट्रीय बाल दिवस पर होगा शक्ति संवाद कार्यक्रम का आयोजन, जनपद में चार दिवसीय कार्यक्रमों की रूपरेखा तय। जिलाधिकारी करेंगी हक की बात।
मुजफ्फरनगर। महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन की अलख जगाने के लिए सामाजिक जागरुकता का उद्देश्य लेकर शुरू किये गये मिशन शक्ति अभियान के दूसरे चरण के अन्तर्गत जनपद में बाल और महिला अधिकार विषय को लेकर चार दिवसीय कार्यक्रम तय कर दिये गये हैं। शुक्रवार को बाल अधिकार दिवस के अवसर पर इन कार्यक्रमों की शुरूआत होने जा रही है। पहले दिन शक्ति संवाद कार्यक्रमों का जनपद में अलग अलग स्तर पर आयोजन किया जायेगा।
बता दें कि प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा नारी सुरक्षा और सम्मान के लिए शारदीय नवरात्र से मिशन शक्ति अभियान शुरू किया था। इसका दूसरा चरण अब बाल दिवस से यूपी में शुरू किया हुआ है। जनपद मुजफ्फरनगर में इसके लिए शुक्रवार से चार दिवसीय कार्यक्रम तय किये गये हैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी मौहम्मद मुशफेकीन ने इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को पत्र जारी किये हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के महिला कल्याण विभाग के निदेशक के आदेशानुसार जनपद में 20, 23, 25 व 27 नवम्बर को महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और उनके स्वावलंबन के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
20 नवम्बर को विश्व बाल अधिकार दिवस के अवसर पर शक्ति संवाद कार्यक्रम का आयोजन होगा। 23 नवम्बर को बाल विवाह, बाल श्रम, बाल तस्करी रोकथाम विषयों को लेकर ग्राम, ब्लाॅक और जिला मुख्यालय स्तर पर प्रतियोगिता, प्रश्नोतरी, रैली व समूह चर्चा आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। 25 नवम्बर को यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा तथा दहेज उत्पीड़न विषय पर हक की बात-जिलाधिकारी के साथ कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसमें वेबीनार, आन लाइन माध्यम और वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये संवाद किया जायेगा। 27 नवम्बर को मिशन शक्ति अभियान के इस दूसरे चरण के अन्तर्गत शक्ति चैम्पियंस को चुना जायेगा। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्राम, ब्लाॅक और जिला स्तर पर शक्ति चैम्पियंस का चुनाव करते हुए उनको बैच और पहचान पत्र वितरित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि शक्ति चैम्पियंस जनपद में बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और हिंसा की रोकथाम के लिए कार्य करेंगे। इस चार दिवसीय कार्यक्रम को जनपद के स्कूलों, डिग्री काॅलेजों, मदरसों और आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से चलाने की तैयारी की गयी है।