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मुजफ्फरनगर में सपा की किसान यात्रा पर ब्रेक

जिलाध्यक्ष सहित सपा के नेताओं की पुलिस प्रशासन ने की पूरी घेराबंदी, सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में किया घर पर नजरबंद। पुलिस प्रशासन के रवैये से नाराज सपाईयों ने दी गिरफ्तारी, पुलिस लाइन में धरना देकर की नारेबाजी

मुजफ्फरनगर में सपा की किसान यात्रा पर ब्रेक
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मुजफ्फरनगर। तीन कृषि कानूनों को वापस कराने की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी द्वारा सोमवार से किसान यात्रा अभियान शुरू करने को लेकर सवेरे से ही पूरा हंगामा नजर आया। सपा नेताओं को पुलिस प्रशासन ने भारी फोर्स लेकर घर पर ही नजरबंद कर दिया। उनको घरों से नहीं निकलने दिया। जिलाध्यक्ष सहित पार्टी के तमाम बड़े नेताओं और प्रमुख पदाधिकारियों की घेराबंदी के लिए पुलिस अफसर फोर्स के साथ दौड़ते रहे। सपा नेताओं के घर के आसपास बेरिकेडिंग करते हुए फोर्स को लगा दिया गया था। सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में सपा नेताओं की घेराबंदी करने में पुलिस पूरी तरह से सफल रही। पुलिस के इस रवैये के खिलाफ सपाईयों ने गिरफ्तारी दी। उनको पुलिस लाइन लाया गया, यहां सपा नेता धरने पर बैठ गये और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।


बता दें कि पिछले करीब 12 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन व्यक्त करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 7 दिसम्बर से प्रदेश के सभी जनपदों में विधानसभावार किसान यात्रा अभियान चलाने का ऐलान किया था। जनपद में इसकी शुरूआत सदर विधानसभा क्षेत्र के गांवों से की जानी थी। इसके लिए सदर सीट से पूर्व प्रत्याशी गौरव स्वरूप के नेतृत्व में आज महावीर चैक स्थिता सपा कार्यालय से किसान यात्रा का प्रारम्भ होना था।


सपा नेताओं ने इसके लिए बड़ी तैयारी की थी। सपा कार्यालय पर जनसभा का आयोजन होना था, इसके लिए कार्यालय को तैयार किया गया था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने सपाईयों को किसान यात्रा निकालने से रोकने के लिए अपनी पुख्ता तैयार रात से ही कर ली थी। सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह और सीओ सदर कुलदीप सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ सपाईयों की घेराबंदी में जुटे रहे।


सिविल लाइन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर डीके त्यागी और नई मण्डी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर योगेश शर्मा भी फोर्स के साथ सपा नेताओं के घर और प्रतिष्ठानों पर दबिश देते नजर आये। सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, गौरव स्वरूप, पूर्व विधायक अनिल कुमार, राकेश शर्मा, अलीम सिद्दीकी को पुलिस ने कार्यकर्ताओं के साथ रोके रखा। इसके साथ ही वसी अंसारी, साजिद हसन, शौकत अंसारी, उमा किरण, शलभ गुप्ता, सभासद विकल्प जैन, गौरव जैन, लियाकत अली, जनार्दन स्वरूप, अंसार आढती, शमशेर मलिक, राशिद मलिक, जिया चौधरी सहित सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ घर पर नजरबंद कर दिये गये। सपा नेताओं ने पुलिस प्रशासन के इस रवैये का पुरजोर विरोध किया।

जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने कहा कि योगीराज में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। आम लोगों और किसानों की आवाज को उठाने पर पुलिस की लाठी का भय दिखाया जा रहा है। पुलिस की कार्यवही का डर दिखाकर विपक्ष की आवाज को दबाने का काम यह सरकार कर रही है। किसान 12 दिनों से दिल्ली बाॅर्डर पर पड़े हैं, लेकिन सरकार संवेदनशील नहीं है। किसानों के साथ सपा खड़ी है। आज हम राष्ट्रीय अध्यक्ष को नजरबंद करने के साथ ही मुजफ्फरनगर प्रशासन के रवैये की निंदा करते हैं। पुलिस कार्यवाही का विरोध करते हुए अलग अलग स्थानों पर सपा नेताओं ने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारियां दी। पुलिस द्वारा सपा नेताओं को गिरफ्तार कर रिजर्व पुलिस लाइन लाया गया। यहां पर सपा नेताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना देते हुए नारेबाजी की।

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