जाम के दौरान दंराती लेकर पहुंचे युवक को हिरासत में लिया
नावला कट पिता की तेहरवी में जा रही महिला किसान आंदोलन के भारत बंद के दौरान जाम में फंसी रही और रो-रो कर किसानों, नेताओं और अधिकारियों से लगाती रही। महिला गिडगिडाती रही, लेकिन भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने उसे रोक दिया।
मुजफ्फरनगर। संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के दौरान चरथावल में चक्का जाम के दौरान भारी हंगामा हो गया। यहां भारतीय किसान यूनियन के द्वारा किये गये जाम और प्रदर्शन में एक युवक हाथों में तीन-चार दरांती लेकर पहुंचा और नारेबाजी करने लगा। युवक के हाथों में दरांती देखकर वहां पर खड़े पुलिस कर्मी सतर्क हो गये और उसको हिरासत में ले लिया गया। इसको लेकर वहां पर हंगामा होने लगा। थाना प्रभारी के साथ किसान नेताओं की तीखी झड़पें भी हुई, लेकिन पुलिस युवक को लेकर थाने चली गई। इसके साथ ही जाम लगाने को लेकर यहां पर दो किसान संगठनों के नेताओं के बीच भी झड़प हो जाने से माहौल गरम बना रहा।
प्राप्त समाचार के अनुसार सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद को लेकर चरथावल में भारतीय किसान यूनियन के पूर्व तहसील अध्यक्ष विकास शर्मा व पूर्व ब्लाक अध्यक्ष ठाकुर कुशलवीर के नेतृत्व में चरथावल-थानाभवन मार्ग पर एसआर पेट्रोल पंप के पास नहर पर भाकियू के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम कर दिया। सवेरे सात बजे से ही यहां पर यूनियन कार्यकर्ता जुटने लगे थे। दिन चढ़ने के साथ ही किसानों की भीड़ बढ़ी तो वहीं मार्ग पर यातायात बन्द होने के कारण वाहनों की लम्बी कतारें भी लग गयी थी। इसी बीच यहां भाकियूू के चक्का जाम में एक युवक भी पहुंचा। इस युवक के हाथों में तीन-चार दरांती थी। युवक को सड़क पर दरांती लहराते हुए देखकर वहां सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात चरथावल थाना प्रभारी एमपी सिंह फोर्स के साथ धरने पर पहुंचे और युवक को हिरासत मेें ले लिया। युवक को पकड़ने पर वहां पर धरना दे रहे किसान नेताओं की उनके साथ नोकझोंक होने लगी। धरना प्रदर्शन में हथियारों के प्रदर्शन को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए थाना प्रभारी एमपी सिंह ने किसान नेताओं को चेतावनी दी कि कानून व्यवस्था से छेड़छाड़ की कोशिया न करें। उन्होंने कहा कि हथियार का प्रदर्शन नहीं होने दिया जायेगा। जब किसान नेताओं और कार्यकर्ताओं ने युवक को छुड़ाने का प्रयास किया तो थाना प्रभारी भड़क गये और प्रदर्शनकारियोें को यह कहते हुए चेतावनी दी कि हंगामा न करें, वरना सभी का इलाज कर दूंगा। इसके बाद उन्होंने युवक को दरांतियों के साथ थाने रवाना कर दिया। वहीं किसान नेताओं का कहना है कि दरांती हथियार की श्रेणी में नहीं आती है, यह कृषि यंत्र है। जिस प्रकार किसान खेतों को जोतने के लिए हल और अन्य यंत्रों का प्रयोग करता है, उसी प्रकार दरांती भी फसल काटने का मुख्य यंत्र है। उन्होंने पुलिस कार्यवाही की निंदा की।
वहीं इस प्रकरण के बाद नहर के पास जाम लगा रहे भाकियू कार्यकर्ताओं की दूसरे गुट के लोगों के साथ झड़प हो जाने पर हंगामा खड़ा हो गया। दरअसल यहीं पर भारतीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा. पूरण सिंह के गुट के पदाधिकारी भी पहुंच गये थे। उन्होंने भी जाम लगाया और अपना धरना शुरू कर दिया। इसी को लेकिर भाकियू नेता विकास शर्मा के साथ पूरण सिंह गुट के लोगों का विवाद हो गया। दोनों आमने सामने आ गये और तीखी झड़प होने लगी। हालांकि किसानों ने दोनों का बीच बचाव कराया, लेकिन इसको लेकर वहां पर गरमाहट का वातावरण बन गया। ठा. पूरण सिंह ने गत दिवस चन्द्रमोहन की किसान महापंचायत को अपना समर्थन दिया था। इन दोनों मामलों की वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो गई।