मुजफ्फरनगर में रिमझिम बारिश-दिन में छाया घनघोर अंधेरा, शहर के बाद डूबा पूरा देहात
आज दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश होने से मौसम सुहावना हुआ। मुजफ्फरनगर में रिमझिम बारिश होने से उमस और गर्मी से निजात मिली, देहात क्षेत्र में जलभराव से घर डूबे रहे।

मुजफ्फरनगर। 17 अगस्त की मूसलाधार बारिश में जहां शहर डूबा रहा, वहीं आज सवेरे से हो रही रिमझिम बारिश ने शहरवासियों को उमस और गर्मी से राहत देकर सुखद अहसास कराया। वहीं देहात क्षेत्र में कई इलाकों में भारी बारिश होने के कारण गांव और कस्बों में पानी ही पानी हो गया था। कई क्षेत्रों में जलभराव के कारण लोगों को परेशानी हुई तो शहर में निचले इलाकों में भी जलभराव की स्थिति बनी रही। रुड़की रोड पर सड़क के बीच जलभराव हो जाने से आवागमन बाधित रहा। दूसरी ओर शहर में सवेरे घनी काली घटा छा जाने के कारण पूरी तरह से अंधेरा हो गया। लोगों को अपने वाहनों की हैड लाइट जलाकर गुजरना पड़ा। चरथावल में एक किसान के घर के पास से गुजर रही विद्युत लाइन टूटकर गिर जाने से दहशत फैल गयी। हालांकि कोई हादसा नहीं हुआ। बारिश का यह दौर पूरे दिन बना रहने के कारण मौसम ने भी करवट ली। इस बारिश से किसानों को भी फसलों के लिए लाभ हो रहा है।
बता दें कि सावन के सूखा गुजर जाने के बाद भादवा जमकर बरस रहा है। पिछले दिनों जिले में दो मूसलाधार बारिश ने भी मौसम के लिहाज से जो असर नहीं दिखाया था, वह बुधवार को सवेरे से शुरू हुई रिमझिम बारिश के कारण साफ नजर आया। इस बारिश के चलते ठण्डी हवाओं ने जोर पकड़ा तो मौसम में बनी उमस और गर्मी से पसीना पसीना होते लोगों को बड़ी राहत मिली। हालांकि यह बारिश जिले के कई क्षेत्रों में परेशानी का सबब भी बनी। पिछली दो बारिश में डूबा शहर इस रिमझिम बरसात में जलभराव से अछूता रहा, लेकिन मलिन बस्तियों और निचले इलाके आज भी जलमग्न नजर आये। रुड़की रोड पर खस्ताहाल सड़क आज फिर से तालाब का रूप ले चुकी थी। यहां पर यातायात पूरी तरह से अवरु( रहा। बारिश के बीच ही यहां पर नगरपालिका परिषद् के कर्मचारियों को टैंकरों के माध्यम से सड़क से पानी निकलवाने में व्यस्त देखा गया। यहां पर कई बार भराव हो जाने के बाद भी जलभराव से निजात नहीं मिल पा रही है। जल निकासी का कोई भी रास्ता न होने के कारण यहां पर जलभराव बना रहता है।
बुधवार को दिल्ली एनसीआर में बारिश का दौर बना रहा। इस बारिश का असर मुजफ्फरनगर में भी भरपूर बना रहा। शहर के मुकाबले बारिश का प्रभाव देहात में ज्यादा रहा। जानसठ, चरथावल, शाहपुर, बुढ़ाना और खतौली में मूसलाधार बारिश के कारण जलभराव हो जाने से ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। आज भी गांव देहात में कई इलाके बारिश के पानी के कारण डूबे हुए नजर आये। शाहपुर क्षेत्र के गांव सौरम में पीर वाली गली में घुटने घुटने पानी भरा रहा। जबकि शाहपुर कस्बे में भी बाजार से लेकर गली मौहल्लों तक पानी ही पानी हो गया था। चरथावल में एक किसान के घर पर विद्युत लाइन का तार टूटकर गिर गया। हालांकि इससे कोई हादसा नहीं हुआ। बिजलीघर पर फोन कर आपूर्ति बन्द करा दी गयी थी। शहर में बारिश के कारण बाजारों में ज्यादा भीड़भाड़ नजर नहीं आयी, लेकिन इस बारिश से तहसील मार्किट के दुकानदार ज्यादा भयभीत दिखाई दिये। यहां पर सड़क का पानी नीचे दुकानों में भरने का खौफ उन पर नजर आया। हर बारिश में यह मार्किट भारी जलभराव का शिकार बनी रहती है। सवेरे करीब 11 बजे अचानक ही काले बादलों ने पूरे आकाश को ढक लिया था। इस काली घटा के कारण शहर में पूरी तरह से अंधेरा छा जाने के कारण सड़कों पर भी दिखाई देना बन्द हो गया था। बारिश के बीच इस अंधेरे के कारण सड़कों पर आवागमन कर रहे वाहन चालकों को भी परेशानी हुई। कार और दो पहिया वाहनों के चालक दिन में भी हैडलाइट के सहारे अपने सफर पर आगे बढ़ते हुए नजर आये।
शहर में 14 घंटे बाद हुए बिजली के दर्शन, पानी भी आया
मुजफ्फरनगर। बारिश के बीच ही लोगों को बिजली और पानी के लिए भी तरसना पड़ा। मंगलवार को ही शहर के करीब आधा हिस्सा बिजली आपूर्ति और पानी की कमी से जूझता रहा। आज सवेरे तक भी बिजली और पानी गायब रहा। इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मंगलवार को दोपहर से ही शहर के किदवईनगर, खालापार, मिमलाना रोड, शाहबुददीनपुर रोड, आबकारी मौहल्ला, रामलीला टिल्ला आदि क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप हो गयी थी। कई घंटे बाद भी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं होने के कारण इन क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हो गयी। बिना बिजली और पानी के लोगों को पूरी रात काटनी पड़ी। सवेरे भी इन क्षेत्रों से बिजली गायब रही और गुरूवार को दोपहर करीब 14 घंटे के संकट के बाद इन क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बहाल हुई। इससे लोगों को राहत मिली।