तहसील सदर में भाकियू तोमर का हंगामा
आत्मदाह करने आये किसान नेता अंकित गुर्जर से पुलिस की नोकझौंक, एसडीएम कार्यालय पर दिया धरना
मुजफ्फरनगर। गांव भैंसानी में करीब सात बीघा भूमि पर अवैध कब्जा नहीं हटवाये जाने के मामले में शनिवार को भाकियू तोमर के कार्यकर्ताओं ने तहसील सदर में पहुंचकर जमकर हंगामा किया। यहा पूर्व घोषणा के तहत भाकियू तोमर के युवा जिलाध्यक्ष अंकित गुर्जर आत्मदाह करने पहुंचे थे। उन्होंने एसडीएम सदर कार्यालय के बाहर खुद पर तेल छिड़कने का प्रयास किया तो पुलिस कर्मियों ने तेल की केन छीन ली, जिसको लेकर नोकझौंक हुई। बाद में भाकियू कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कार्यालय का घेराव करते हुए धरना शुरू कर दिया।
बता दें कि भाकियू तोमर के युवा नेता अंकित गुर्जर ने उनकी सात बीघा जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने और भूमि को कब्जा मुक्त कराने की मांग जिला प्रशासन और पुलिस से की थी। इस पर कोई भी कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाते हुए अंकित ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी और शनिवार को सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ तहसील सदर पहुंचकर प्रदर्शन किया। इस बीच एक ज्ञापन भी दिया गया। इसमें बताया कि अंकित गुर्जर पुत्र कप्तान सिंह निवासी रामपुरी और उस्मान पुत्र इकबाल निवासी छपार ने अक्टूबर 2013 को गांव भैंसानी में 12 लाख रुपये की कीमत अदा कर सुरेन्द्र कुमार से खेती की जमीन खरीदी थी, जिसको उनके द्वारा सुरेन्द्र कुमार के पुत्र को ठेके पर दे दी थी। सुरेन्द्र कुमार ने ठेके पर तय रकम कभी अदा नहीं की। इसके बाद उन्होंने अपनी जमीन वापस पाई और फसल बोई तो उसको नष्ट कर दिया गया। इसको लेकर एसडीएम सदर के यहां पर और थाने में शिकायत दर्ज कराई गयी, लेकिन उनकी जमीन को कब्जामुक्त नहीं कराया जा रहा है। इसी से क्षुब्ध होकर वो आज यहां पर आत्मदाह करने आये हैं। अंकित गुर्जर की शहर कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर महावीर सिंह चौहान के साथ भी कहासुनी हुई। बाद में वो समाधान दिवस पर आये एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर से भी मिले और कब्जा हटवाने की मांग की है।
इस दौरान मुख्य रूप से अंकित गुर्जर, मुकेश गुर्जर, फारूक अहमद, मनेश कुमार, इरशाद अहमद, कामिल, विजय लक्ष्मी, मेराज जहां, शमशाद, गीता, विशाल कुमार, दिलशाद प्रधान सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए वहां पर भारी पुलिस फोर्स भी तैनात किया गया था।