कृषि बिलों को लेकर संसद के पास किसानों के प्रदर्शन से टकराव के हालात
मोदी सरकार द्वारा लोकसभा में पेश कृषि क्षेत्र से जुड़े तीन बिलों को वापस लेने से इनकार के बाद आज दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन को लेकर टकराव के हालात बन सकते हैं।
नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा लोकसभा में पेश कृषि क्षेत्र से जुड़े तीन बिलों को वापस लेने से इनकार के बाद आज दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन को लेकर टकराव के हालात बन सकते हैं।
याद रहे कि भाकियू समेत तमाम किसान संगठन इसे वापस लेने की मांग कर रहे थे। अब किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज दिल्ली में संसद के पास प्रदर्शन की घोषणा के बाद तमाम संगठनों से जुडे किसानों के वहां पहुंचने के साथ टकराव के हालात बन सकते हैं। मंगलवार को केंद्रीय कृकृषि मंत्री ने प्रदर्शन से जुड़े कुछ नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन इसमें कोई समाधान ना होने पर किसान आंदोलन पर अडे हैं। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारुनी ने उन खबरों को गलत बताया है कि उनके साथ विरोध कर रहे 17 किसानों यूनियनों में दरार पड़ गई है। उन्होंने दावा किया कि ना केवल हरियाणा बल्कि पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के विभिन्न संगठन संसद के पास धरना देंगे।
गुरनाम सिंह चारुनी ने कहा कि जिन लोगों ने केंद्रीय कृकृषि मंत्री से मुलाकात की, वो हरियाणा के मौजूदा आंदोलन में शामिल ही नहीं हैं। ऐसे में कैसे वो किसानों के हित की बात रख सकते हैं। हरियाणा में प्रदर्शन जारी आपको बता दें कि कृकृषि अध्यादेशों को लेकर हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में किसानों का प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को जींद, हिसार, भिवानी समेत कई जिलों में किसानों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं किसानों को कांग्रेस का भी साथ मिल रहा है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी सैलजा के मुताबिक किसानों के लिए मोदी सरकार की नीतियां गलत हैं, जिस वजह से उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। दें कि कृकृषि अध्यादेशों को लेकर हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में किसानों का प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को जींद, हिसार, भिवानी समेत कई जिलों में किसानों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं किसानों को कांग्रेस का भी साथ मिल रहा है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी सैलजा के मुताबिक किसानों के लिए मोदी सरकार की नीतियां गलत हैं, जिस वजह से उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।