सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की आलोचना पर बोले मोदीः जो काम आजादी के तुरंत बाद होना था, उसे हम आज कर रहे हैं
पीएम ने कहा कि ये नया डिफेंस आफिस काम्प्लेक्स हमारी सेनाओं के कामकाज को अधिक सुविधाजनक, अधिक प्रभावी बनाने के प्रयासों को और सशक्त करने वाला है। 21वीं सदी के भारत की सैन्य ताक़त को हर तरह से मज़बूत बनाने में जुटे हैं। एक से एक आधुनिक हथियारों से लैस करने में जुटे है। ऐसे में देश की सुरक्षा से जुड़ा कामकाज दशकों पुराने परिसरों में हो वह कैसे संभव हो सकता है?
नई दिल्ली। गुरुवार को सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बने नए रक्षा कार्यालय परिसरों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के आलोचकों को घेरा। पीएम मोदी ने कहा कि सेंट्रल विस्टा पर कुछ लोगों ने भ्रम फैलाने का काम किया है। आज देश देख रहा है कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पीछे हम क्या कर रहे हैं। वक्त से पहले डिफेंस कॉम्प्लेक्स को बनाने का काम पूरा हुआ है।
मोदी ने कहा कि हमने कामकाज की नई शैली अपनाई है। मुझे 2014 में आपने सेवा का मौका दिया था। मैं सरकार में आते ही संसद भवन को बनाने का काम शुरू कर सकता था। लेकिन हमने यह रास्ता नहीं चुना। सबसे पहले हमने देश के लिए जान देने वालों के लिए स्मारक बनाना तय किया। आजादी के तुरंत बाद जो काम होना चाहिए था, उसे हम आज कर रहे हैं। देश के दफ्तरों को ठीक करने का बीड़ा उठाया। सबसे पहले हमने देश के शहीदों को सम्मान देने का काम किया। पीएम ने कहा कि ये नया डिफेंस आफिस काम्प्लेक्स हमारी सेनाओं के कामकाज को अधिक सुविधाजनक, अधिक प्रभावी बनाने के प्रयासों को और सशक्त करने वाला है। 21वीं सदी के भारत की सैन्य ताक़त को हर तरह से मज़बूत बनाने में जुटे हैं। एक से एक आधुनिक हथियारों से लैस करने में जुटे है। ऐसे में देश की सुरक्षा से जुड़ा कामकाज दशकों पुराने परिसरों में हो वह कैसे संभव हो सकता है?