सहायक खाद्य आयुक्त अर्चना धीरान के नेतृत्व में जनपद में चला छापामार अभियान, मावा व सरसों तेल के नमूने लिए गए
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जनपद में मिलावटखोरी के खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए एक बड़ा अभियान चलाया। सहायक खाद्य आयुक्त अर्चना धीरान के नेतृत्व में इस विशेष कार्रवाई को अंजाम दिया गया, जिसमें पुलिस बल की मौजूदगी में टीम ने गांव भैंसरहेड़ी में संचालित दो मावा भट्ठियों और शाहपुर के भव्य ट्रेडर्स समेत अन्य प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। यह अभियान खाद्य गुणवत्ता को सुनिश्चित करने और मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के उद्देश्य से संचालित किया गया।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की सहायक आयुक्त अर्चना धीरान ने बताया कि विभागीय दल के द्वारा मिलावट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए भैंसरहेड़ी गांव में दो मावा भट्ठियों पर छापा मारा गया। इस दौरान पुलिस बल के सहयोग से निरीक्षण किया गया और मावा के दो नमूने संग्रहित किए गए। संदेह के आधार पर इन नमूनों को परीक्षण हेतु भेजा गया है। बताया गया कि कार्रवाई यहीं नहीं रुकी। विभाग ने इसके पश्चात शाहपुर स्थित ‘भव्य ट्रेडर्स’ पर छापा मारकर 682 लीटर सरसों का तेल जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत 1,16,000 रुपये बताई गई है। सरसों तेल में मिलावट की आशंका के चलते इसका एक विधिक नमूना संग्रहित कर प्रयोगशाला भेजा गया है।
सहायक आयुक्त ने बताया कि अभियान के अगले चरण में विभाग ने लद्दावाला क्षेत्र में दो प्रतिष्ठानों से सरसों तेल के नमूने लिए, इनमें मेसर्स पूजा ऑयल एंड पूजा आटा, लद्दावाला से 15 टीन (लगभग 225 किलोग्राम) सरसों तेल जब्त किया गया, जिसकी बाजार में अनुमानित कीमत 54,000 रुपये है। वहीं मेसर्स भगवती ऑयल, लद्दावाला से 08 टीन (लगभग 100 किलोग्राम) सरसों का तेल जब्त किया गया, जिसकी कीमत 16,000 आंकी गई है। इन जगह बरामद सरसों के तेल में मिलावट की आशंका व्यक्त की गई है। अर्चना धीरान ने बताया कि सभी जगह से खाद्य पदार्थों व तेल के नमूने संग्रहित करते हुए जांच के लिए भेजे गये हैं। इस पूरी कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस बल भी सक्रिय रूप से मौजूद रहा। विभाग ने स्पष्ट किया है कि सभी नमूनों को परीक्षण हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है और रिपोर्ट आने के पश्चात दोषियों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी। सहायक खाद्य आयुक्त अर्चना धीरान ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छ और सुरक्षित खाद्य सामग्री हर नागरिक का अधिकार है। इस तरह की मिलावटखोरी किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। त्यौहारों का सीजन होने के कारण जिले में खाद्य मानकों की नियमित निगरानी की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।






