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प्रदूषण अधिकारी के कारण युवक की जान पर बन गई आफत, डीएम अधिकारी पर भड़के

कोल्हुओं पर प्रदूषण फैलाने पर की थी युवक ने शिकायत, अधिकारी ने आरोपियों को बता दिया नाम और फिर मिलने लगी धमकियां

प्रदूषण अधिकारी के कारण युवक की जान पर बन गई आफत, डीएम अधिकारी पर भड़के
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मुजफ्फरनगर। कुछ भी गलत होने पर लोगों को उम्मीद रहती है कि विभाग के अधिकारी, शासन या प्रशासन इस गलत होने को रोकने के लिए काम करेगा, लेकिन शिकायत की जानी चाहिए। ऐसे में काफी मामले तो शिकायतकर्ता नहीं मिलने के कारण गलत कार्य होता ही चला जाता है, कहीं शिकायत होती भी है तो उसका निस्तारण नहीं होता और अब एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें शिकायत करने वाले युवक की पूरी पहचान ही अधिकारियों ने आरोपियों को बता दी। उसका फोन नम्बर भी उपलब्ध करा दिया। ऐसे में अब शिकायतकर्ता को फोन पर धमकियां मिल रही हैं। पीड़ित की जान पर आफत बनी तो उसने डीएम से सुरक्षा मांगी। ऐसे में डीएम ने पहचान उजागर करने पर विभागीय अधिकारी को जमकर फटकार लगाई और जवाब तलब किया है।

पूरा मामला प्रदूषण विभाग से जुड़ा हुआ है। दरअसल, गांव उमरपुर निवासी एक युवक शिव कुमार ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर गुड़ कोल्हुओं में जलाए जा रहे प्रतिबंधित कचरे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और अपनी जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई। शिव कुमार का आरोप है कि उनके गांव उमरपुर और इसके पास के ग्राम ढिंढावली में नौ गुड़ कोल्हुओं में बड़े पैमाने पर प्रतिबंधित पन्नी, प्लास्टिक, रबड़, जूते-चप्पल की कतरन आदि ईंधन के रूप में जलाए जा रहे हैं, जिससे भारी प्रदूषण फैल रहा है। शिव कुमार कहते हैं कि ढिंढावली में जलाए जा रहे कचरे के चलते क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (।फप्) खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। प्रदूषण के कारण ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है। विशेषकर बीमार को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। युवक का कहना है कि इस समस्या के खिलाफ पहले भी तीन बार जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन प्रदूषण विभाग ने उसकी शिकायत का समाधान करने के बजाय उसकी पहचान कचरा जलाने वालों को उजागर कर दी। शिव कुमार का कहना है, “पहचान उजागर होने के बाद अलग-अलग नंबरों से धमकी भरे फोन आ रहे हैं। इन फोन कॉल्स में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए डराया जा रहा है। कहा कि उसे किसी झूठे मामले में फंसाने या उनके साथ कोई अप्रिय घटना घटने की साजिश रची जा रही है।

शिव कुमार द्वारा प्रदूषण फैलाने वालों की वीडियो डीएम उमेश मिश्रा को सौंपने के बाद जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्थानीय अधिकारी अंकित कुमार से फोन पर बातचीत की। डीएम ने अधिकारी की जमकर क्लास लगाई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए और किसी भी प्रकार की धमकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस कार्रवाई से प्रदूषण से त्रस्त उमरपुर और ढिंढावली के ग्रामीणों को राहत मिलने की उम्मीद जगी है। ग्रामीणों का कहना है कि वे लंबे समय से इस समस्या का सामना कर रहे थे और अब डीएम द्वारा उठाए गए कदमों से उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है। हालांकि ये देखना बाकी है कि दोषियों के खिलाफ कब और क्या कदम उठाए जाते हैं।

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